Shinzo Abe shooting: कौन है शिंजो आबे पर गोली चलाने वाला हमलावर? कैसे दिया घटना को अंजाम
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Shinzo Abe Shooting: हमला जापान के पश्चिमी क्षेत्र नारा में सुबह करीब 11.30 बजे हुआ, जब आबे रविवार को होने वाले उच्च सदन चुनाव से पहले एक कार्यक्रम में भाषण दे रहे थे.
Shinzo Abe Shooting: जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को शुक्रवार को एक कैंपेन इवेंट में गोली मार दी गई है. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों ने हमले की पुष्टि की है और हमले का वीडियो भी सामने आ गया है. हमला जापान के पश्चिमी क्षेत्र नारा में सुबह करीब 11.30 बजे हुआ, जब आबे रविवार को होने वाले उच्च सदन चुनाव से पहले एक कार्यक्रम में भाषण दे रहे थे. इसके तुरंत बाद, एक 41 वर्षीय व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है.
कौन है गोली चलाने वाला हमलावर जानकारी के अनुसार, हमलावर का नाम 'यामागामी तेत्सुआ' है जो जापान मेरिटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स (JMSDF) का पूर्व सदस्य है. इसके अलावा वह एक स्थानीय यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर भी काम कर चुका है. तेत्सुआ की उम्र 41 वर्ष बताई जा रही है. उसने पूर्व प्रधानमंत्री आबे पर पीछे से दो गोलियां चलाईं जिसमें एक उसकी बाईं छाती पर लगी और दूसरी उसकी गर्दन पर.
जापान मेरिटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स के बारे में जापान मैरीटाइम सेल्फ-डिफेंस फोर्स (JMSDF) को जापानी नौसेना के रूप में भी जाना जाता है. यह जापान की नेवल डिफेंस के साथ कार्यरत जापान सेल्फ-डिफेंस फोर्स की समुद्री वारफेयर ब्रांच है. दूसरे विश्व युद्ध के बाद इंपीरियल जापानी नौसेना (IJN) को हटाकर जेएमएसडीएफ का गठन किया गया था. JMSDF के पास 154 जहाजों, 346 विमानों और 50,800 कर्मियों का बेड़ा है.
कैसे दिया घटना को अंजाम जानकारी के अनुसार, शूटर ने आबे पर हमला करने के लिए एक हैंडमेड बंदूक का इस्तेमाल किया है. हमले के लिए इस्तेमाल बंदूक को काले टेप से लपेटकर छुपाया गया था. बता दें कि जापान में शॅार्ट बैरल शॉटगन पाने के लिए लाइसेंस पाने की प्रक्रिया बेहद कड़ी है. ऐसे में यह जानकारी अभी नहीं मिली है कि हमलावर को बंदूक कहां से मिली.
जापान में गन-वॉयलेंस और राजनीतिक हिंसा दोनो ही बहुत दुर्लभ है. आबे के साथ सुरक्षा पुलिस की एक टीम थी लेकिन शूटर उनके बेहद नज़दीक पहुंचने में सक्षम था. पुलिस में फिलहाल हमलावर को 'हत्या के प्रयास' के लिए गिरफ्तार किया है.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.