
Sawan 2021: काशी विश्वनाथ मंदिर में बड़ी संख्या में पहुंच रहे शिव भक्त, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ प्रवेश पर है प्रतिबंध
Zee News
सावन के महीने में भगवान शिव का गंगाजल से अभिषेक और विधि-विधान से पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
विशांत श्रीवास्तव/वाराणसी: भगवान शंकर के भक्तों इंतजार की घड़ी खत्म हो गई. आज से सावन महीने की शुरुआत हुई है. बाबा की नगरी काशी में भी भक्तों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है. काशी विश्वनाथ मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. प्रशासन ने इसके लिए कल ही तैयारी कर ली थी. क्रमबद्ध तरीके से लाइन लगाते हुए श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. साथ ही भक्त कोविड-19 गाइडलाइन का भी पालन करते हुए नजर आएं. इन चीजों पर लगा प्रतिबंध प्रशासन ने दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं. किसी भी श्रद्धालुओं को कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मोबाइल, घड़ी, पेन ड्राइव घड़ी इत्यादि ले जाने की इजाजत नहीं होगी. सावन के महीने में भीड़ को देखते हुए वीआईपी दर्शन और मंगला आरती की फीस भी बढ़ाई गई है. वीआईपी दर्शन के लिए ₹500 और मंगला आरती के लिए साढ़े ₹700 लगेंगे. वहीं, सावन के सोमवार में वीआईपी दर्शन के लिए साढ़े 7 सौ और मंगला आरती के लिए 1500 रुपए देने होंगे.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









