
Redmi ने लॉन्च किया सस्ता प्रोजेक्टर, दीवार बन जाएगी 120-inch का TV
AajTak
Xiaomi ने अपने सब-ब्रांड Redmi के तहत नया प्रोजेक्टर लॉन्च किया है, जो दमदार फीचर्स के साथ आता है. इसमें 600 ल्यूमेन की ब्राइटनेस मिलेगी. यानी इसकी ब्राइटनेस काफी ज्यादा है. इसकी मदद से आप किसी दीवार को एक टीवी में बदल सकते हैं. चूंकि, इसमें HyperOS मिलता है, तो स्मार्ट टीवी की तरह भी इसे इस्तेमाल किया जा सकता है.
Xiaomi ने अपना नया प्रोजेक्टर लॉन्च कर दिया है. कंपनी ने Redmi Projector 4 Pro को चीन में लॉन्च किया है. इस डिवाइस को कंपनी ने Redmi Watch 6 और दूसरे IoT डिवाइसेस के साथ लॉन्च किया है. ये प्रोजेक्टर मिनिमलिस्टक ग्रे डिजाइन और फैब्रिक व्रैप्ड फ्रंट के साथ आता है.
ये प्रोजेक्टर देखने में काफी प्रीमियम लगता है. Redmi Projector 4 Pro में 600 ल्यूमेन की ब्राइटनेस मिलती हैं. इसकी मदद से आप दीवार को 120-inch की टीवी में बदल सकते हैं. आइए जानते हैं इसकी कीमत और दूसरे खास स्पेसिफिकेशन्स.
Redmi Projector 4 Pro प्रीमियम डिजाइन के साथ आता है. इसमें मिनिमलिस्टक फैब्रिक फ्रंट दिया गया है. ये प्रोजेक्टर टेक्स्चर फिनिश के साथ आता है. इसमें Full HD क्वालिटी पर आप कंटेंट देख पाएंगे. ये प्रोजेक्टर 600 ल्यूमेन की ब्राइटनेस के साथ आता है. इसकी मदद से आप 45-inch से 120-inch तक की स्क्रीन प्रोजेक्ट कर सकते हैं.
यह भी पढ़ें: Redmi 15 5G Review: फोन नहीं फैबलेट है, दो दिनों तक चलेगी बैटरी
इसमें MediaTek MT9660 प्रोसेसर दिया गया है. डिवाइस 2GB RAM और 32GB स्टोरेज के साथ आता है. इसमें ToF ऑटो फोकस और मैन्युअल फोकस मिलता है. प्रोजेक्टर में ही आपको 8W के डुअल स्पीकर मिल जाएंगे. कनेक्टिविटी के लिए आपको कई सारे विकल्प मिल जाएंगे.

क्या आपने कभी गौर किया है कि दुनिया का कोई भी बड़ा नेता-चाहे वह अमेरिकी राष्ट्रपति हो या फ्रांस का प्रमुख भारत पहुंचते ही सबसे पहले हैदराबाद हाउस ही क्यों जाता है? इसकी वजह सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि एक ऐसा शाही अतीत है जिसमें निजाम की रईसी, ब्रिटिश दौर की राजनीतिक जटिलताएं और आजादी के बाद भारत की उभरती कूटनीतिक पहचान तीनों के निशान गहराई से दर्ज हैं.

Paush Month 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार पौष माह 2025 में 5 दिसंबर से शुरू होकर 3 जनवरी 2026 की पूर्णिमा तक चलेगा. यह महीना धार्मिक, आध्यात्मिक और सामाजिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. परंपरा है कि इस समय नियमों और धार्मिक कर्तव्यों का पालन करने से जीवन में सौभाग्य, शांति और समृद्धि आती है.











