
Rajya Sabha Election 2022: हरियाणा कांग्रेस के सभी विधायक भेजे गए छत्तीसगढ़, राजस्थान के MLAs उदयपुर
AajTak
Rajyasabha Election: हरियाणा के कांग्रेस विधायकों को छत्तीसगढ़ भेजा गया है. राज्यसभा चुनाव होने तक उनको वहीं पर ठहराया जाएगा. राजस्थान के कांग्रेस विधायकों को उदयपुर भेजा गया है.
हरियाणा का राज्यसभा चुनाव कांग्रेस के लिए मुसीबत बन गया है. संख्या बल के हिसाब से कांग्रेस के पास अपने उम्मीदवार अजय माकन को जिताने के लिए ज्यादा दिक्कत नहीं होती लेकिन कार्तिकेय शर्मा के मैदान में कूदने के बाद इस चुनाव में कांग्रेस के लिए दिक्कतें बढ़ गई.
माना जा रहा है कि बीजेपी के पास अपने उम्मीदवार को जिताने के बाद अतिरिक्त वोट और जेजेपी के 10 विधायकों का वोट कार्तिकेय शर्मा को मिल सकता है. ऐसे में कांग्रेस का एक भी विधायक टूटा तो उसे राज्यसभा सीट गंवानी पड़ सकती है. रणनीति बनाने के लिए गुरुवार को तमाम विधायक दीपेंद्र हुड्डा के आवास पर जमा तो हुए लेकिन 3 बजे के बाद विधायकों को विशेष चार्टर फ्लाइट के जरिए रायपुर के लिए रवाना कर दिया गया. लगभग 3 घंटे दीपेंद्र हुड्डा के घर चली बैठक के बाद आए विधायकों को बसों में बैठाकर रवाना कर दिया गया. कई बैग बस में पहले से ही रखे हुए थे. हालांकि बैठक में आते समय विधायकों ने जब आजतक से बातचीत की सब ने कहा कि वह पार्टी के उम्मीदवार अजय माकन के साथ हैं और कहीं कोई भी खराबी नहीं है. लेकिन दिल्ली से भी दूर छत्तीसगढ़ भेजे जाने के सवाल जाए जाने की खबरों पर हर किसी ने चुप्पी साध ली.
कांग्रेस विधायक बीएल सैनी ने आजतक से बातचीत करते हुए कहा कि बैठक के लिए हम हमेशा दिल्ली आते रहते हैं और टूट-फूट की खबरें जनाधार है क्योंकि पार्टी के सभी विधायक पार्टी के राज्यसभा उम्मीदवार के साथ हैं. हरियाणा से एक और कांग्रेस विधायक इंदुराज अग्रवाल ने कहा कि वह पार्टी की आम तरह की मीटिंग में शामिल होने आए हैं और इसका कोई विशेष प्रयोजन नहीं है और सारे विधायक पार्टी के साथ हैं.
इसके बाद लगभग तीन बजे विशेष बस दीपेंद्र हुड्डा के आवास सभी विधायकों से भरी बस एयरपोर्ट के लिए रवाना हुई. जहां से विशेष विमान से इन तमाम विधायकों को लेकर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर भेजा गया.
राज्यसभा चुनाव तक संभवतः सभी विधायक रायपुर में ही रहेंगे. हालांकि बस के रवाना होते समय दो-तीन विधायक नदारद भी हैं. लेकिन पार्टी के नेताओं ने कहा कि वह अलग-अलग प्रयोजनों से कहीं व्यस्त हैं और जल्दी ही वो शामिल हो जाएंगे.
खबर ये भी थी कि कुलदीप बिश्नोई पार्टी से नाराज चल रहे हैं लेकिन इन तमाम सारे खबरों के सवाल पर पार्टी के नेताओं ने कहा कि उनसे बातचीत चल रही है और कहीं कोई नाराजगी नहीं है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.

पानीपत कांड में आरोपी पूनम के पति नवीन ने कहा कि बच्चों को जैसे पानी में तड़पाकर मारा गया, वैसे ही उसकी पत्नी को भी कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. उसने किसी भी तांत्रिक कनेक्शन से इनकार किया. वहीं, पूनम की मां सुनीता देवी ने कहा कि बेटी शादी से पहले बिल्कुल सामान्य थी और कभी किसी बच्चे को नुकसान नहीं पहुंचाया. उन्होंने स्वीकारा कि यदि उसने यह अपराध किया है तो उसे उसकी सजा जरूर मिलनी चाहिए.

माधव राव ने कुछ स्वयंसेवकों को मुस्लिम पहचान देकर विभाजित पंजाब के शहरों में मुस्लिम लीग के प्रभाव वाले क्षेत्रों में तैनात कर दिया. ये लोग बताते थे कि कैसे पूरी तैयारी के साथ मुस्लिम लीग के लोग हिंदू बाहुल्य इलाकों की रिपोर्ट तैयार करते हैं, और फिर हमला करते थे. RSS के 100 सालों के सफर की 100 कहानियों की कड़ी में आज पेश है उसी घटना का वर्णन.

पिछले दो दिनों से इंडिगो की उड़ानों में भारी रद्द होंगे देखे गए हैं. इस वजह से DGCA ने 4 दिसंबर को इंडिगो के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की है. 3 और 4 दिसंबर को लगभग 250 से 300 फ्लाइट्स रद्द हो चुकी हैं, जिससे यात्री प्रभावित हुए हैं. DGCA का मकसद इंडिगो के कामकाज में सुधार लाना और यात्रियों की असुविधा को कम करना है.

शिवसेना UBT सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि मंत्री राम मोहन नायडू को इंडिगो संकट को लेकर संसद में स्पष्ट जानकारी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय को इंडिगो पर उचित कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि इंडिगो ने यात्रियों को काफी परेशानी में डाला है. प्रियंका चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि इंडिगो के पास नियमों में हुए बदलावों की पूरी जानकारी थी, लेकिन इसके बावजूद यात्रियों को असुविधा हुई.








