PM मोदी से मिलने पहुंचे उद्धव, कोरोना संकट-मराठा आरक्षण पर बात
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कोरोना के संकट के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आज नई दिल्ली में हैं. उद्धव ठाकरे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करनी है, उनके साथ राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार भी आए हैं.
कोरोना के संकट के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आज नई दिल्ली में हैं. उद्धव ठाकरे ने यहां प्रधानमंत्री आवास पर पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. उनके साथ राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार भी रहे. जानकारी के मुताबिक, उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अलग से दस मिनट का वक्त भी मांगा है, ताकि वन-टू-वन बात की जा सके. कोरोना का संकट हो या वैक्सीनेशन का मसला, GST कलेक्शन की बात हो या फिर इसके अलावा मराठा आरक्षण पर हाल ही में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले समेत इस बैठक में कई अन्य मसलों पर बात की जा सकती है. Maharashtra CM Uddhav Thackeray arrives at Delhi's IGI Airport, ahead of his meeting with PM Modi today A delegation of state government led by CM Thackeray & Deputy CM Ajit Pawar will meet PM to discuss issues like Maratha reservation, OBC reservation, and cyclone relief pic.twitter.com/mdVn13OTtSराजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.