Pakistan Political Crisis: बुरे फंसे इमरान खान, सेना-ISI ने भी खींचे हाथ, पाकिस्तान सरकार का गिरना तय!
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संकट में फंसे इमरान खान को भारत याद आया है. अविश्वास प्रस्ताव के संकट के बीच इमरान ने खुलेआम भारत की विदेश नीति की तारीफ की है. दरअसल, इमरान खान पर दवाब बनाने के लिए पहले पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने इस्लामाबाद में होने वाले ओआईसी के शिखर सम्मेलन को रोकने की धमकी दी थी ताकि इमरान सरकार की इंटरनेशनल बेइज्जती की जाए लेकिन जिस तरह इमरान सरकार ने बिलावल भुट्टो जरदारी को सबक सिखाने की धमकी दी इससे पीपीपी ने ये यू टर्न ले लिया. जानकर कह रहे कि कि पाकिस्तान की सत्ता का मैच इमरान के हाथों से निकलता दिखाई दे रहा है. इमरान सरकार की 179 सांसदों वाली टीम से 24 सांसद बगावत करके टीम से बाहर जाना चाहते हैं. देखें पूरी रिपोर्ट.
एक हेलिकॉप्टर हादसे में, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत हो गई. इस हादसे में विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर, मालेक रहमती और धार्मिक नेता, मोहम्मद अली आले-हाशेम की भी मौत हो गई है. ऐसा पहली बार नहीं है जब एयर क्रैश में किसी वीवीआईपी हस्ती की मौत हुई हो. कई बार ऐसे मौके आए जब दुनिया ने हेलिकॉप्टर और प्लेन दुर्घटना में मारे गये नामों को सुना और चकित रह गई. आइए जानते हैं ऐसे ही 10 हादसों के बारे में.
शिया धर्मगुरु सैयद अहमद मुसावी का जन्म उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के पास किंटूर नामक एक छोटे से शहर में हुआ था. बीबीसी पत्रकार बाकर मोईन के अनुसार, मुसावी ने भारत के साथ अपना जुड़ाव दिखाने के लिए सरनेम के रूप में 'हिंदी' का इस्तेमाल किया. उनके पोते रुहोल्ला खुमैनी को आगे चलकर 1979 की ईरानी क्रांति का जनक कहा गया.
हेलीकाप्टर हादसे में मारे गए ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को दफन कर दिया गया. उससे पहले उनके ताबूत को ईरान की सड़कों पर घुमाया गया. लोगों का हुजुम अपने नेता के अंतिम दर्शन करने के लिए सड़कों पर उमड़ पडा. लोगों के हाथ में रईसी के पोस्टर थे. कई लोग रो रहे थे. रविवार को रईसी का हेलीकॉप्टर अजरबैजान में क्रैश हो गया था
ईरान में सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई चर्चा में हैं. राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद सुप्रीम लीडर खामेनेई सभी बड़े और जरूरी फैसले ले रहे हैं. उन्होंने देश में कार्यवाहक राष्ट्रपति भी नियुक्त कर दिया है. सुप्रीम लीडर को ईरान में सबसे बड़ा धर्मगुरु भी माना जाता है. वो ही देश से जुड़े सभी मामलों पर अंतिम फैसला देते हैं. ईरान का सुप्रीम लीडर ही राष्ट्र प्रमुख होता है और 'कमांडर इन चीफ' भी होता है.