
Kerala Election 2021: BJP के 2 कैंडिडेट्स का नॉमिनेशन खारिज, कांग्रेस ने वामदलों पर साधा निशाना
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केरल में बीजेपी के नेतृत्व वाले राजग को एक बड़ा झटका देते हुए निर्धारित केंद्रों पर दो बीजेपी उम्मीदवारों और उसके एक सहयोगी अन्नाद्रमुक के नामांकन पत्रों को जांच के दौरान अमान्य घोषित कर दिया गया. इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी ने कहा कि वह इस पर कानूनी कार्रवाई करेगी.
तिरुवनंतपुरम: केरल में बीजेपी के नेतृत्व वाले राजग को एक बड़ा झटका देते हुए निर्धारित केंद्रों पर दो बीजेपी उम्मीदवारों और उसके एक सहयोगी अन्नाद्रमुक के नामांकन पत्रों को जांच के दौरान अमान्य घोषित कर दिया गया. इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी ने कहा कि वह इस पर कानूनी कार्रवाई करेगी. राज्य में इस साल के चुनावों में सत्तारूढ़ वाम दलों और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के बीच सीधा मुकाबला होगा. नामांकन पत्रों की जांच के बाद कांग्रेस और माकपा के नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया. उन्होंने आरोप लगाया कि नामांकन खारिज किया जाना गुप्त बीजेपी गठबंधन का एक हिस्सा था. कन्नूर जिले के थालास्सेरी में बीजेपी () उम्मीदवार एन. हरिदास का नामांकन अवैध पाया गया और इसलिए वह चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. यह भगवा पार्टी के लिए एक झटके के रूप में आया है, क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह थालास्सेरी में प्रचार करने वाले थे. वर्ष 2016 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने कन्नूर जिले से सबसे अधिक 22,125 वोट हासिल किए. इसी तरह, गुरुवायूर निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार निवेदिता के नामांकन पत्र को अवैध पाया गया, क्योंकि प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के. सुरेंद्रन के हस्ताक्षर नामांकन पर नहीं थे. 2016 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी उम्मीदवार ने 25,490 वोट हासिल किए थे. तीसरा निर्वाचन क्षेत्र जहां नामांकन पत्र अवैध पाए गए थे, वह इडुक्की जिले में देवीकुलम था और यहां वह बीजेपी के सहयोगी अन्नाद्रमुक के उम्मीदवार आर.एम. धनलक्ष्मी थे, जो 2016 के चुनावों में तीसरे स्थान पर रहे और 11,613 वोट हासिल किए. वर्ष 2016 में अन्नाद्रमुक बीजेपी की सहयोगी नहीं थी, लेकिन इस बार वह एनडीए का हिस्सा है और अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद कर रही है.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









