INS Vikrant: समुद्र में ट्रायल्स के लिए उतरा पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट करियर, जानिए इसकी ताकत
AajTak
भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत (India's First Indigenous Aircraft Carrier - IAC) को ट्रायल्स के लिए समुद्र में उतार दिया गया है. यह देश का सबसे बड़ा और जटिल विमानवाहक पोत युद्धपोत है. अगले साल अगस्त के महीने में इस युद्धपोत को भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा. इस युद्धपोत को बनाने की लागत करीब 23 हजार करोड़ रुपए आई है. यह भारत का पहला स्टेट-ऑफ-द-आर्ट विमानवाहक पोत है.
भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत (India's First Indigenous Aircraft Carrier - IAC) को ट्रायल्स के लिए समुद्र में उतार दिया गया है. यह देश का सबसे बड़ा और जटिल विमानवाहक पोत युद्धपोत है. अगले साल अगस्त के महीने में इस युद्धपोत को भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा. इस युद्धपोत को बनाने की लागत करीब 23 हजार करोड़ रुपए आई है. यह भारत का पहला स्टेट-ऑफ-द-आर्ट विमानवाहक पोत है. (फोटोः PTI) भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत 40 हजार टन का करियर है. इस पोत का नाम आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) है. ये पोत आधिकारिक तौर पर नेवी को अगले साल सौंपा जाएगा लेकिन इस साल नौसेना इसे लेकर अलग-अलग तरह के परीक्षण करेगी. ताकि नौसेना इसे समुद्र में उतारकर यह देख सके कि यह कितनी ताकतवर, टिकाऊ, मजबूत और भरोसेमंद है. (फोटोः PTI)पूरे देश में इन दिनों गर्मी अपने रिकॉर्ड तोड़ रही है. ऐसे में राजस्थान के अलवर में भगवान को गर्मी से बचाने के लिए जहां कई तरह के उपाय किए जा रहे हैं. मंदिरों में कूलर और एसी लगाए गए हैं. वहीं, भगवान के डाइट चार्ट में बदलाव कर दिया गया है. मंदिरों में भगवान को अब रबड़ी, छाछ और ठंडाई का भोग लग रहा है.
पाकिस्तान के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने भारत में हो रहे आम चुनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पाक में सब चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी चुनाव हार जाएं, क्योंकि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते तभी बेहतर होंगे. उन्होंने यह भी दावा किया कि पाक में भारत को लेकर नफरत नहीं है, लेकिन वहां (भारत) वो पाकिस्तान को लेकर नफरत पैदा कर रहा है.