Explainer: बिट्टू बजरंगी गिरफ्तार, अब मोनू मानेसर की बारी! मेवात हिंसा में दोनों का क्या था रोल?
AajTak
31 जुलाई को हरियाणा के नूंह में निकाली गई ब्रजमंडल शोभायात्रा पर पथराव हुआ था. देखते ही देखते यह दो समुदायों में हिंसा में बदल गई. इस हिंसा में 6 लोगों की मौत हुई थी. बिट्टू बजरंगी और मोनू मानेसर पर हिंसा भड़काने का आरोप लगा था.
हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को फैली हिंसा के मामले में आरोपी बिट्टू बजरंगी मंगलवार को गिरफ्तार हो गया. बिट्टू को नूंह में हिंसा के दौरान महिला पुलिस अधिकारी के सामने हथियारों के साथ प्रदर्शन करने और नारेबाजी के मामले में गिरफ्तार किया गया है. शिकायत के मुताबिक, उस वक्त बिट्टू के साथ 15-20 लोग मौजूद थे. नूंह में हिंसा के बाद से बिट्टू बजरंगी की गिफ्तारी की मांग हो रही थी. अब बिट्टू की गिरफ्तारी के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या हरियाणा पुलिस मोनू मानेसर को भी गिरफ्तार करेगी.
दरअसल, 31 जुलाई को हरियाणा के नूंह में निकाली गई ब्रजमंडल शोभायात्रा पर पथराव हुआ था. देखते ही देखते यह दो समुदायों में हिंसा में बदल गई. सैकड़ों कारों को आग लगा दी गई. साइबर थाने पर भी हमला किया गया. उपद्रवियों ने पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया था. नूंह के बाद सोहना में भी पथराव और फायरिंग हुई. वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. इसके बाद हिंसा की आग नूंह से फरीदाबाद-गुरुग्राम तक फैल गई. नूंह हिंसा में दो होमगार्ड समेत 6 लोगों की मौत हुई है.
बिट्टू बजरंगी और मोनू मानेसर पर लगा हिंसा भड़काने का आरोप
हरियाणा के मेवात-नूंह इलाके में फैली हिंसा का संबंध गो-तस्करी से है. दरअसल, इसी साल फरवरी में हरियाणा के भिवानी में जली हुई बोलेरो में दो कंकाल मिले थे. मृतकों की पहचान नासिर (25) और जुनैद (35) के तौर पर हुई थी. ये दोनों कथित तौर पर गो तस्कर थे. इन दोनों की हत्या का आरोप मोनू मानेसर और उसके गोरक्षक साथियों पर लगा था. हालांकि, मोनू मानेसर अब तक गिरफ्तार नहीं हुआ. नासिर और जुनैद की हत्या के बाद से मुस्लिम समुदाय में मोनू मानेसर के प्रति गुस्सा था.
इसी बीच जुलाई में हिंदू संगठनों ने हर साल की तरह इस बार भी शोभायात्रा निकालने का ऐलान किया. यात्रा से कुछ दिन पहले मोनू मानेसर ने लोगों से बजरंग दल के सदस्यों द्वारा निकाली जाने वाली शोभा यात्रा में शामिल होने की अपील की थी. मोनू मानेसर ने कहा था कि वह इस शोभायात्रा में शामिल होगा, उसके साथ उसकी टीम भी शामिल होगी. हालांकि, मोनू शामिल नहीं हुआ. जबकि बिट्टू बजरंगी इसमें शामिल हुआ और उसने इसका वीडियो भी शेयर किया था. इसमें वह भगवा पोशाक में नजर आ रहा था. इसमें गाना भी बज रहा था, "गोली पे गोली चलेंगी, बाप तो बाप रहेगा". एक अन्य लाइव वीडियो में बिट्टू कहता है, "ये बोलेंगे कि बताया नहीं कि हम ससुराल आए और मुलाकात नहीं हुई फूल माला तैयार रखना, जीजा आ रहे हैं. बिलकुल 150 गाड़ियां हैं."
इस पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गुस्सा जताया था. इतना ही नहीं मोनू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी गई थी. सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें न सिर्फ मोनू को आने की चुनौती दी गई थी, बल्कि धमकियां भी दी गई थीं.
राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के वायरल वीडियो पर दिल्ली पुलिस का बयान आया है. इसमें कहा गया है, रविवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के लाइव प्रसारण के दौरान कैद एक जानवर की तस्वीर दिखा रहे हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि यह जंगली जानवर है. ये तथ्य सत्य नहीं हैं. कैमरे में कैद जानवर एक आम घरेलू बिल्ली है.
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मणिपुर की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है. उनका कहना है कि मणिपुर पिछले 1 साल से शांति की प्रतीक्षा कर रहा है. भागवत ने कहा कि संसद में विभिन्न मतों के बीच सहमति बनाना कठिन है, लेकिन यह आवश्यक है. उन्होंने समाज में फैल रही असत्य बातों और कलह पर भी चिंता जताई. मणिपुर में शांति लाने के लिए प्राथमिकता देने की जरूरत पर जोर दिया.