
Exclusive: CoWIN पर मौजूद लोगों का डेटा कैसे लीक हुआ? हैकर ने बताया
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कोविन का डेटा जिस टेलीग्राम बॉट पर लीक हुआ है. उसे चलाने वाले हैकर का कहना है कि उन्होंने कोविन प्लेटफॉर्म का उल्लंघन नहीं किया है. हैकर ने कहा कि उन्होंने कोविन पोर्टल की कमजोर कड़ी को ढू़ंढ निकाला था.
Cowin Data Leak: कोविड वैक्सीनेशन (Covid Vaccination) के पोर्टल कोविन (CoWIN) से डेटा लीक होने की खबरों से सोमवार को खलबली मच गई. ऐसी खबरें रही कि बड़ी संख्या में लोगों की निजी जानकारियां लीक हुई हैं. लेकिन इंडिया टुडे की ओपन सोर्स इन्वेस्टिगेशन टीम (OSINT) की जांच में डेटा लीक के हैकर को ढूंढ निकाला गया है.
कोविन का डेटा जिस टेलीग्राम बॉट पर लीक हुआ है. उसे चलाने वाले हैकर का कहना है कि उन्होंने कोविन प्लेटफॉर्म का उल्लंघन नहीं किया है. हैकर ने कहा कि उन्होंने कोविन पोर्टल की कमजोर कड़ी को ढू़ंढ निकाला था.
इससे पहले न्यूज रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि कोविन के पूरे डेटा को हैक किया गया और उसे टेलीग्राम पर लीक किया गया. इस लीक डेटा में लोगों के नाम, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, जन्मतिथि और वैक्सीनेशन सेंटर का पूरी जानकारी है. इस डेटा डिटेल को कोई भी टेलीग्राम ग्रुप ज्वॉइन कर हासिल कर सकता है. दावा किया गया कि टेलीग्राम चैटबॉट पर लोगों की निजी जानकारियां लीक की गई.
दावा किया गया कि टेलीग्राम के बोट द्वारा डिस्प्ले की गई जानकारी में नाम, पता, पर्सनल मोबाइल नंबर, आधार कार्ड नंबर और पासपोर्ट डिटेल्स आदि शामिल हैं. इस डिटेल्स को लेकर दावा किया है कि ये कोविन वैक्सीन लगवाने वाले लोगों की पर्सनल डिटेल्स है.
कोविन डेटा कैसे हुआ लीक?
इस कथित हैकर की वैधता को सत्यापित करने के लिए इंडिया टुडे ने टेलीग्राम ग्रुप पर एक निश्चित मैसेज (तीन डॉट) पोस्ट करने को कहा गया. इसके कुछ देर बाद एक मैसेज पोस्ट किया गया और बाद में डिलीट कर दिया गया. हैकर की विश्वसनीयता का पता लगने के बाद इंडिया टुडे ने इस कथित डेटा लीक के बारे में पूछा. लगातार पूछने के बाद हैकर ने पुष्टि की कि टेलीग्राम चैटबॉट पर मौजूदा लीक जानकारी असल में वेबसाइट से हैक की गई थी.

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