Delhi में Extortion रैकेट पर शिकंजा, Call Girl के जरिए खींचते थे आपत्तिजनक फोटो; फिर करते थे Blackmail
Zee News
Delhi Crime Branch exposes honey trap sextortion racket with software engineer girl: इस मामले के शिकायतकर्ता ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से एक अज्ञात व्यक्ति लगातार कॉल करते हुए एक करोड़ रुपये मांग कर रहा था. उसने अश्लील तस्वीरें वायरल करने की धमकी भी दी थी.
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की क्राइम ब्रांच ने एक बड़े सेक्सटॉर्शन (Sextartion) रैकेट का खुलासा किया है. आमतौर पर लोगों से एक्स्टॉर्शन (Extortion) मतलब जबरन वसूली की जाती है. लेकिन साइबर दुनिया के शातिर अब ऐप (App) के जरिए भी बड़े पैमाने पर लोगों को ब्लैकमेल (Blackmail) कर रहे हैं. पुलिस ने एप्प के जरिये अलग तरह के एक्सटॉरशन करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है. क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने कार्रवाई करते हुए कई आरोपियों को गिरफ्तार किया. उगाही के इस धंधे में पढ़े लिखे युवक और युवतियां भी शामिल थे. बता दें कि एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर अपनी महिला मित्र के साथ रैकेट चला रहा था. पुलिस के बताया कि गैंग का मास्टरमाइंड राजकिशोर सिंह पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है जो गुरुग्राम में स्पा (Spa) भी चलाता था.एनडीए में सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) के महासचिव और प्रवक्ता केसी त्यागी ने अग्निपथ योजना पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना पर दोबारा विचार करने की आवश्यकता है. उन्होंने इस पर नए तरीके से विमर्श की बात की. इसके अलावा उन्होंने वन नेशन-वन इलेक्शन और यूसीसी पर भी अपना पक्ष रखा है.
Foreign Guest List Invited to PM Modi Oath Ceremony: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व में भाजपा एक बार फिर देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. हालांकि, पार्टी अपने दम पर बहुमत के आंकड़े को नहीं पार कर पाई है, लेकिन एनडीए गठबंधन बहुमत के आंकड़े को जरूर पार कर गया है. लिहाजा नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश की कमान संभालने जा रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे सोमवार को स्वीकार कर लिए. इन तीनों ने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया था. तीन विधायकों के इस्तीफे स्वीकार किए जाने के बाद 68 सदस्यीय हिमाचल विधानसभा में अब 59 सदस्य रह गए हैं क्योंकि कांग्रेस के 6 पूर्व विधायकों को पहले ही दल बदल कानून के तहत अयोग्य ठहरा दिया गया था. अब 3 निर्दलीय विधायकों का इस्तीफा स्वीकार होने के बाद संख्या 59 हो गई है.