
46 साल में ऐसे नीले से लाल होती चली गई धरती, NASA ने निकाला गर्मी का नक्शा
AajTak
Heatwave in World: नासा ने पूरी दुनिया में पड़ रही गर्मी का एक नक्शा निकाला है. इसे देख आप समझ जाएंगे कि पूरी धरती लाल हुई पड़ी है. सबसे ज्यादा प्रभावित यूरोप, एशिया और अफ्रीका हैं. 46 साल में बढ़ी गर्मी का अंतर भी दिखाया गया है.
जून और जुलाई 2022 में तापमान इतना बढ़ा कि यूरोप, उत्तरी अफ्रीका, मिडल-ईस्ट और एशिया के कई इलाकों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस पार कर गया. कई जगहों पर तो पारे ने थर्मामीटर का रिकॉर्ड तोड़ डाला. यह जो नक्शा आप देख रहे हैं, यह 13 जुलाई 2022 का है. इसमें धरती के पूर्वी गोलार्ध के ऊपर सरफेस एयर टेंपरेचर दिखाया गया है. जो 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर है.
इस नक्शे को गोडार्ड अर्थ ऑब्जरविंग सिस्टम (GOES) के ग्लोबल मॉडल से प्राप्त डेटा से बनाया गया है. इन नक्शे के मुताबिक वायुमंडल में बढ़ी हुई गर्मी और स्थानीयता आधार पर तापमान निकाला गया है. नासा गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में ग्लोबल मॉडलिंग एंड एसिमिलेशन के प्रमुख स्टीवन पॉसन ने कहा कि आप इस नक्शे में लाल रंग वाले गर्म और नीले रंग वाले ठंडे इलाके स्पष्ट तौर पर देख सकते हैं.
स्टीवन ने कहा कि इंसानों द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण, ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन की वजह से लगातार जलवायु परिवर्तन हो रहा है. वैश्विक स्तर पर गर्मी बढ़ रही है. पश्चिमी यूरोप में भयानक सूखा फैल रहा है. गर्मी और सूखे की वजह से पुर्तगाल, स्पेन और फ्रांस के कुछ हिस्सों में जंगली आग फैल रही है. पुर्तगाल में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंच गया है. यहां पर लीरिया नाम के कस्बे का 7400 एकड़ का इलाका जल गया है. पुर्तगाल के आधे हिस्से में 14 जगहों पर जंगल की आग जल रही है.
On July 13, 2022, Earth satellites captured temperatures rising above 40 degrees Celsius (104 degrees Fahrenheit) due to extreme, record-breaking heatwaves across much of Europe, Africa, and Asia: https://t.co/tD6DmpXMyz pic.twitter.com/cb3P1F699Y
चीन में तो सड़के पिघल गईं. छत टूट गए. शंघाई में तापमान 40.9 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था. वहां पर ह्यूमेडिटी भी बढ़ी हुई है. सिर्फ इतना ही नहीं नासा ने दो नक्शे और जारी किए हैं. जिसमें 46 साल में कैसे पूरी दुनिया की शक्ल बिगड़ गई. यानी 1976 से 2022 तक कैसे नक्शा नीले से लाल होता चला गया.
डोलोमाइट पर मामोलाडा ग्लेशियर गर्मी की वजह से टूटा और वहां हुए हिमस्खलन में 11 हाइकर्स को मारे गए. इंग्लैंड ने पूरे देश में एक्स्ट्रीम हीट की वॉर्निंग दे रखी है. उत्तरी अफ्रीका के ट्यूनीशिया में हीटवेव की वजह से फसल खराब हो गई है. राजधानी ट्यूनिस में 13 जुलाई को तापमान 48 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था. ईरान में तापमान सबसे अधिक 52 डिग्री सेल्सियस तक पार पहुंच गया था.

इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.









