1971 के युद्ध का 'वो सच' जिसे पाकिस्तान में नहीं सिखाया जाता
BBC
पाकिस्तान के मशहूर लेखक और पत्रकार मोहम्मद हनीफ़ बता रहे हैं बांग्लादेश की लड़ाई का वो सच जिसके बारे में पाकिस्तान में नहीं बताया जाता है. क्या है वो सच.
कुछ बातें सुनीं बचपन में थीं लेकिन उनका मतलब बड़े होकर समझ आता है.
कई बार किसी निकम्मे आदमी ने हमारी बैठक में आना तो किसी ने नारा लगा देना- "वो आए जिन्होंने ढाका में बम चलाए."
हम बच्चों ने सोचना, ये आदमी गाँव में बिना किसी कामधाम के घूमता रहता है, यह ढाका कब गया और वहाँ बम कैसे चला दिए?
बड़े होकर पता चला कि ढाका पाकिस्तान में ही था. फिर हमारे दुश्मनों ने ढाका हमसे दूर कर दिया. फिर स्कूल पढ़ने के लिए भेजा गया. वहां सिखाया गया कि हमारे यहां एक पूर्वी पाकिस्तान होता था. फिर और बड़े हुए तो विदेश गए और पहली बार बांग्लादेशी भाइयों और बहनों से बात की. उन्होंने तबीयत साफ़ कर डाली और सभी शंकाएं दूर कर दीं. उन्होंने कहा, हमने तो आपसे लड़ कर अपनी जान छुड़ाई थी और अपनी आज़ादी हासिल की थी.