
स्वस्थ हुए कोविड मरीज आ रहे Black Fungal की चपेट में, जानलेवा है ये बीमारी, जानें उपाय
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बताया जा रहा है कि बीते 10 दिन में करीब 20 मरीज पाए गए हैं जो इस समस्या से जूझ रहे हैं. सबसे पहले ये फंगस नाक के रास्ते शुरू होती है और फिर आंखों तक पहुंचती है. अगर समय रहते हमने ट्रीटमेंट नहीं किया, तो ये ब्रेन में भी जा सकती है.
विशांत श्रीवास्तव/वाराणसी: कोरोना का कहर सिर्फ शरीर में वायरस होने तक ही नहीं बना है, बल्कि महामारी से उबर चुके लोगों को अभी भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कोविड-19 से जंग जीतकर वापस आए लोगों में सबसे गंभीर समस्या फंगल इन्फेक्शन देखने को मिल रही है. बीएचयू के एसोसिएट प्रोफेसर सुशील कुमार ने बताया कि इस बीमारी को म्यूकर माइकोसिस कहते हैं. उनका कहना है कि नाक और आंख के ज़रिए ये बीमारी दिमाग में बैठ जाती है. जो कि मरीज़ों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है. ब्लैक फंगल आंखों की रोशनी भी छीन सकता है. बताया जा रहा है कि बीते 10 दिन में करीब 20 मरीज पाए गए हैं जो इस समस्या से जूझ रहे हैं.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









