श्रद्धालु बनकर आज Charanjit Singh Channi कैबिनेट की Kartarpur Sahib यात्रा, देखें क्या है प्लान
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19 नवंबर को गुरुपर्व से पहले मोदी सरकार ने सिख श्रद्धालुओं को तोहफा दिया है. कल से करतारपुर कॉरिडोर फिर से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया और आज पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपनी कैबिनेट के साथ करतारपुर साहिब के दर्शन करने जाएंगे. इसके बाद ये कॉरिडोर आम लोगों के लिए भी खोल दिया जाएगा. सुबह 11 बजे सभी लोग करतारपुर कॉरिडोर पर इकट्ठा होंगे और करीब 12 बजकर 45 मिनट पर पाकिस्तान में दाखिल होंगे. इसके बाद आम लोगों के लिए भी ये रास्ता खुल जाएगा. करतारपुर जाने वाले सभी लोगों को RTPCR रिपोर्ट के अलावा वैक्सीनेशन के दोनों डोज का सर्टिफ़िकेट भी मौक़े पर दिखाना होगा. इसके अलावा पासपोर्ट की ऑनलाइन कॉपी भी ज़रूरी है। हालांकि पासपोर्ट पर किसी भी तरह का कोई दस्तखत या स्टैम्प नहीं लगेगा लेकिन आधार कार्ड के साथ पासपोर्ट की कॉपी अनिवार्य है.
बिभव कुमार ने सांसद स्वाति मालीवाल द्वारा दायर मारपीट मामले में जमानत देने से इनकार करने वाले ट्रायल कोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की है. बिभव ने याचिका में अपनी गिरफ्तारी को अवैध बताया है. बिभव ने याचिका में अपनी अवैध गिरफ्तारी के लिए मुआवजे की भी मांग की है. देखें वीडियो.
लोकसभा चुनाव के 7वें और अंतिम दौर में पंजाब की 13 सीटों पर मतदान होना है. नेता पंजाब में धुआंधार रैलियां कर रहे हैं. इसी बीच लुधियान में 84 दंगा पीड़ितों ने राहुल गांधी की रैली से पहले प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया. वहीं, मल्लिकार्जुन खड़गे चुनाव प्रचार में बीजेपी पर जमकर निशाना साधते नजर आए. देखें पंजाब आजतक.
विशेष जांच दल के सूत्रों के अनुसार, जेडीएस सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना के 31 मई को बेंगलुरु पहुंचने की उम्मीद है. उसने लुफ्थांसा एयरलाइंस की म्यूनिख से बेंगलुरु की फ्लाइट बुक की है. एक अधिकारी ने कहा, 'फ्लाइट गुरुवार दोपहर म्यूनिख से रवाना होगी और शुक्रवार देर रात 12:05 बजे बेंगलुरु में लैंड करेगी.'
बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने बुधवार को स्वास्थ्य बीमा पर एक मूल परिपत्र (master circular) जारी करते हुए साफ कर दिया है कि बीमा कंपनी को अनुरोध के एक घंटे के भीतर नकदी-रहित इलाज की अनुमति देने पर निर्णय लेना होगा. इरडा ने एक बयान में कहा कि स्वास्थ्य बीमा उत्पादों पर मास्टर परिपत्र ने पहले जारी किए गए 55 परिपत्रों को निरस्त कर दिया है और यह पॉलिसीधारकों के सशक्तीकरण और समावेशी स्वास्थ्य बीमा को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है.