
यूक्रेन से युद्ध के बीच कैंसर सर्जरी करवाने के लिए राष्ट्रपति पद छोड़़ेंगे पुतिन?
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रूस के साथ जारी युद्ध के बीच राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लेकर बड़ी जानकारी सामने आ रही है. कहा जा रहा है कि वे कुछ समय के लिए राष्ट्रपति की कुर्सी छोड़ सकते हैं. कैंसर सर्जरी करवाने के लिए वे ये कदम उठा सकते हैं.
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को दो महीने से ज्यादा का समय गुजर चुका है. अभी तक रूस को वो सफलता हाथ नहीं लगी है जिसकी उम्मीद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने लगा रखी थी. लेकिन अब खबर ये है कि इस भीषण युद्ध के बीच कुछ समय के लिए रूस का राष्ट्रपति किसी और को बनाया जा सकता है.
अंतरराष्ट्रीय मीडिया के मुताबिक व्लादिमीर पुतिन को अपने कैंसर का इलाज करवाना है. जल्द ही उनकी कोई सर्जरी होने वाली है. ऐसे में उस ऑपरेशन के दौरान रूस की जिम्मेदारी सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पैट्रुशेव को दी जा सकती है. अभी तक इसको लेकर कोई औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन विदेशी मीडिया लगातार इस बात की पुष्टि कर रही है.
जानकारी के लिए बता दें कि पिछले कई दिनों से व्लादिमीर पुतिन की सेहत को लेकर सवाल उठ रहे हैं. इसकी शुरुआत पिछले महीने तब हो गई थी जब पुतिन की रक्षा मंत्री Sergei Shoigu के साथ एक बैठक जारी थी. उस बैठक के दौरान एक वक्त ऐसा आया था जब पुतिन ने अचानक से डेस्क को पकड़ लिया था. उसके बाद से ही पुतिन की सेहत को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं. बाद में उनकी कई ऐसी तस्वीरें भी सामने आईं जहां पर वे काफी बीमार नजर आए.
अब उन सभी अटकलों के बीच कहा जा रहा है कि कुछ समय के लिए व्लादिमीर पुतिन की जगह सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पैट्रुशेव को रूस का राष्ट्रपति बनाया जा सकता है. ये वहीं शख्स हैं जिन पर पुतिन सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं. दावा तो ये भी किया गया है कि पुतिन द्वारा पहले ही ऐसे संकेत निकोलाई पैट्रुशेव को दे दिए गए थे. उन्हें बताया गया था कि अगर पुतिन की सेहत ज्यादा खराब होती है तो देश की बागडोर निकोलाई पैट्रुशेव के हाथ में चली जाएगी.
निकोलाई पेत्रुशेव को लेकर कहा जा रहा है कि वे भी अपने विचारों को लेकर काफी सख्त रहते हैं. कई मामलों में वे पुतिन से भी दो कदम आगे चल सकते हैं. ऐसे में उनके आने के बाद रूस की परेशानी कम होने के बजाय और ज्यादा बढ़ सकती है. टेलीग्राम चैनल के मालिक जिन्होंने पुतिन की सेहत को लेकर खुलासा किया है, वहीं निकोलाई पैट्रुशेव की कार्यशैली पर गंभीर सवाल भी खड़ा कर रहे हैं.
लेकिन इस सब के बीच रिपोर्ट में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि व्लादिमीर पुतिन लंबे समय तक के लिए सत्ता से दूर नहीं रहने वाले हैं. वे सिर्फ दो से तीन दिनों के लिए राष्ट्रपति कुर्सी निकोलाई पैट्रुशेव को सौंप सकते हैं.

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जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

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