
यूक्रेन पर रूसी हमला 9/11 से भी बड़ी घटना, बदल जाएगा वर्ल्ड ऑर्डर, US पत्रकार जकारिया का बयान
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Russia-Ukraine War: मालूम हो कि 11 सितंबर 2001 को अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर आतंकी हमला हुआ था. इसमें 2 हजार 977 लोग मारे गए थे. इस हमले को 9/11 हमले के नाम से जाना जाता है.
अमेरिकी पत्रकार फरीद जकारिया (Fareed Zakaria) ने यूक्रेन पर रूसी हमले को 9/11 के आतंकी हमले से कहीं बड़ी घटना करार दिया है. शीत युद्ध के बाद के युग में रूस के आक्रमण को सबसे महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय घटना कहते हुए जकारिया ने कहा कि जिस तरह बर्लिन की दीवार के गिरने से एक नई विश्व व्यवस्था का सूत्रपात हुआ, उसी तरह यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के भी प्रभाव होंगे.
यह पूछे जाने पर कि क्या रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) सोवियत संघ को पुनर्जीवित करना चाहते हैं? इस पर फरीद जकारिया ने कहा, रूस अंतिम बहु-राष्ट्रीय साम्राज्य है जो विघटन के दौर से गुजरा है. रूस का यूक्रेन के बिना सबसे महान बनने का विचार असंभव है.
रूस-यूक्रेन संघर्ष में चीन की भूमिका के बारे में बोलते हुए फरीद जकारिया ने कहा, 'चीन ने बयानबाजी से रूसियों का समर्थन जरूर किया है लेकिन व्यावहारिक रूप से रूस को उस तरह का समर्थन नहीं दिया है जैसा कि निरंकुश ताकतें कर सकती हैं.'
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की प्रशंसा करते हुए फरीद जकारिया ने कहा, 'रूस-यूक्रेन संकट से निपटने में बाइडेन ने असरदार भूमिका निभाई है. अमेरिका किसी अन्य देश से भी ज्यादा दंडात्मक प्रतिबंध लगाने में सक्षम है.'
जकारिया ने कहा, रूसी अर्थव्यवस्था प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी में 20 फीसदी की गिरावट का सामना कर रही है. क्या इससे पुतिन का मनबदल जाएगा? नहीं, क्योंकि वह एक तानाशाह हैं ... लेकिन वह एक बड़ी कीमत चुका रहे हैं और रूस को दुनिया से अलग-थलग करना जारी रहेगा.
यह पूछे जाने पर कि क्या भारत जैसे देशों को उस तरह का चुनाव करना होगा जो उन्होंने शायद शीत युद्ध के दौर में किया था, फरीद ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि भारत उस तरह के दबाव का सामना कर रहा है, क्योंकि आज शीत युद्ध के दौर की तुलना में भारत कहीं ज्यादा शक्तिशाली देश है. भारत के पास दोनों रास्ते हैं, वो पश्चिम के साथ अच्छे संबंध बनाए रखते हुए रूस के साथ उचित संबंध रखने में सक्षम होगा. उन्होंने कहा कि भारत को जिस मूल रणनीतिक वास्तविकता से निपटना है, वह चीन का बढ़ता प्रभाव है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

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कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.







