
मिथुन मन्हास बन सकते हैं BCCI के नए अध्यक्ष... 28 सितंबर को होने हैं चुनाव
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मिथुन मन्हास का फर्स्ट क्लास का फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शानदार रिकॉर्ड रहा है. मन्हास ने 157 फर्स्ट क्लास मुकाबलों में 9714 रन बनाए. मन्हास लिस्ट-ए क्रिकेट में भी चार हजार से ज्यादा रन बनाए.
दिल्ली के पूर्व क्रिकेटर मिथुन मन्हास बीसीसीआई भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अगले अध्यक्ष बन सकते हैं 45 साल के मन्हास ने लंबे समय तक दिल्ली के लिए घरेलू क्रिकेट खेला. 20 सितंबर को नई दिल्ली में हुई बीसीसीआई के टॉप अधिकारियों की मीटिंग के बाद ये जानकारी निकलकर सामने आई. बीसीसीआई के नए पदाधिकारियों का चुनाव 28 सितंबर को मुंबई में होने वाली वार्षिक आम बैठक (AGM) में होगा.
सूत्रों ने आजतक को बताया कि मिथुन मन्हास को किसी तरह की चुनौती नहीं मिलेगी और वह निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाएंगे. 28 सितंबर को होने वाली एजीएम में मन्हास जम्मू-कश्मीर क्रिकेट संघ की ओर से प्रतिनिधि के तौर पर शामिल होंगे. वहीं, पंजाब से हरभजन सिंह और कर्नाटक से पूर्व स्पिनर रघुराम भट्ट हिस्सा लेंगे.
राजीव शुक्ला फिर बनेंगे उपाध्यक्ष
इसी बीच देवजीत सैकिया के सचिव बने रहने की पूरी संभवाना है. वहीं राजीव शुक्ला दोबारा उपाध्यक्ष बनने जा रहे हैं. रोजर बिन्ना के कार्यकाल समाप्त होने के बाद शुक्ला ने अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर काम किया था. प्रभतेज भाटिया संयुक्त सचिव बने रहेंगे, जबकि रघुराम भट्ट कोषाध्यक्ष बनाए जा सकते हैं. अरुण धूमल आईपीएल चेयरमैन बने रहेंगे.
टीम के पूर्व क्रिकेटर रोजर बिन्नी का बतौर बीसीसीआई अध्यक्ष तीन साल का कार्यकाल अगस्त में समाप्त हो गया था. बिन्नी ने 70 साल की उम्र पूरी होने पर पद छोड़ दिया था. हालांकि हाल ही में बने राष्ट्रीय खेल विधेयक (National Sports Bill) में यह सीमा 75 साल कर दी गई है. बीसीसीआई में पूर्व खिलाड़ियों को अहम पद देने की परंपरा जारी है. बिन्नी से पहले सौरव गांगुली 2019 से 2022 तक बीसीसीआई अध्यक्ष रहे. गांगुली भी अगले हफ्ते की AGM में बंगाल क्रिकेट संघ की ओर से शामिल होंगे.
मिथुन मन्हास भारत की घरेलू क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ियों में गिने जाते हैं. उनका 18 साल लंबा घरेलू क्रिकेट करियर दिल्ली से शुरू होकर जम्मू-कश्मीर में खत्म हुआ. इस दौरान उन्होंने 157 फर्स्ट क्लास मैच खेले और लगभग 47 की औसत से 9,714 रन बनाए. इसमें 27 शतक और 49 अर्धशतक शामिल रहे. वह दाएं हाथ के बल्लेबाज थे और कभी-कभी ऑफ-स्पिन गेंदबाजी भी करते थे.

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