
मथुरा-वृंदावन में चलेगी ट्राम? पूर्व SGI ने हेमा मालिनी को भेजा ये प्रस्ताव
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पूर्व सर्वेयर जनरल ऑफ इंडिया डॉक्टर पृथ्वीश नाग ने मथुरा-वृंदावन के विकास के लिए सांसद हेमा मालिनी को एक प्रस्ताव भेजा है. इस प्रस्ताव में मथुरा-वृंदावन के बीच 11 किलोमीटर लंबी रेल लाइन को फोर लेन सड़क या लाइट रेल के रूट में बदलने का सुझाव दिया है.
वाराणसी और अयोध्या के बाद सरकार का ध्यान अब मथुरा की तस्वीर बदलने पर है. केंद्र सरकार ने हाल ही में ब्रज चौराही कोस परिक्रमा को लेकर पांच हजार करोड़ रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी. केंद्र सरकार से 5000 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद इस धनराशि से क्या कार्य किए जाएं, इसे लेकर चर्चा तेज हो गई है.
देश के पूर्व सर्वेयर जनरल डॉक्टर पृथ्वीश नाग ने सांसद हेमा मालिनी को केंद्र से 5000 करोड़ रुपये की लागत से मथुरा-वृंदावन के विकास के लिए विभिन्न परियोजनाओं को मंजूरी मिलने पर बधाई दी है. उन्होंने साथ ही सांसद को वाराणसी के विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर ब्रजभूमि कॉरिडोर बनाने को लेकर कई सुझाव भी दिए हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, डॉक्टर पृथ्वीश नाग ने मथुरा और वृंदावन को जोड़ने के लिए ट्राम चलाने का भी सुझाव दिया है. मथुरा से सांसद हेमा मालिनी के प्रतिनिधि जनार्दन शर्मा के मुताबिक, डॉक्टर नाग ने मथुरा-वृंदावन को जोड़ने वाली 11 किलोमीटर लंबी रेल लाइन को फोर लेन रोड या लाइट रेल के मार्ग में तब्दील करने का सुझाव दिया है.
डॉक्टर पृथ्वीश नाग ने ये सुझाव दिया है कि लाइट रेल में ट्राम का भी परिचालन शुरू किया जा सकता है. पूर्व सर्वेयर जनरल ऑफ इंडिया न अपने प्रस्ताव में ये उम्मीद भी जताई है कि इससे ब्रजभूमि के विकास को नया आयाम मिलेगा, प्रगति के नए द्वार खुलेंगे.
दावा किया जा रहा है कि डॉक्टर नाग का ये प्रस्ताव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी भेजा गया है. इस प्रस्ताव में वृंदावन को मथुरा, आगरा, भरतपुर और देश के कई अन्य शहरों से जोड़ने के लिए भी सुझाव दिए गए हैं.
गौरतलब है कि ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग के लिए लोक निर्माण विभाग की ओर से 500 करोड़ रुपये से विकास परियोजनाओं का प्रस्ताव दिया गया था. बाद में सांसद हेमा मालिनी की पहल पर सड़क परिवहन मंत्रालय ने इसको लेकर 5000 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी.

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