बांग्लादेश-म्यांमार सीमा पर रोहिंग्या शरणार्थी कैंप में अंधाधुंध फायरिंग, कम से कम 7 लोगों की मौत
Zee News
बांग्लादेश-म्यांमार बॉर्डर पर रोहिंग्या शरणार्थी शिविर (Rohingya Refugee Camp) में शुक्रवार को इस्लामिक मदरसा पर हुए हमले में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई.
ढाका: बांग्लादेश-म्यांमार सीमा पर रोहिंग्या शरणार्थी शिविर (Rohingya Refugee Camp) में शुक्रवार को इस्लामिक मदरसा पर हुए हमले में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई. एक क्षेत्रीय पुलिस प्रमुख ने हमले की जानकारी देते हुए बताया कि हमलावरों ने कुछ पीड़ितों की गोली मारकर हत्या कर दी और अन्य पर चाकुओं से वार किया. तीन सप्ताह पहले शिविरों में रोहिंग्या समुदाय (Rohingya Community) के एक नेता की उनके कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या करने के बाद बढ़ते तनाव के बीच हत्याएं हुई हैं.
सुरक्षा बल के एक अधिकारी ने बताया कि अज्ञात लोगों ने सुबह करीब चार बजे उखिया में कैंप नंबर 18 के ब्लॉक एच-52 में हमला किया. ये हमला रोहिंग्या रिफ्यूजी कैंप में स्थित मदरसे में हुआ. फायरिंग में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन लोगों की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई.
हत्या की एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे सुन हर कोई हैरान-परेशान है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो एक 28 वर्षीय शख्स ने अपनी 26 वर्षीय पत्नी की क्रूरता से चाकू मारकर हत्या कर दी. इसके बाद उसके मृत शरीर को 200 से अधिक टुकड़ों में काट दिया और उन टुकड़ों को अपने दोस्त की मदद से नदी में बहा दिया. इसके लिए उसने अपने दोस्त को 5000 रुपये भी दिए.
द गार्जियन ने भारत और पाकिस्तान के कुछ खुफिया कर्मचारियों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि भारत ने पाकिस्तान में आतंकियों की टारगेटेड किलिंग करवाई. हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे 'झूठा और दुर्भावनापूर्ण भारत विरोधी प्रचार'बताया. मंत्रालय ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के पिछले खंडन पर जोर दिया कि अन्य देशों में टारगेटेड किलिंग 'भारत सरकार की नीति के अनुरूप नहीं थीं.'