दुनिया में बोली जाने वाली तीसरी सबसे बड़ी भाषा हिंदी, जानिए इसका 'सुपरपावर'
AajTak
हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन वर्ष 1949 में संविधान सभा ने हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के तौर पर मान्यता दी थी. इस दिन की स्पेशल शुभकामनाएं उन लोगों को दी जानी चाहिए जो Customer Service Officer यानी ग्राहक सेवा अधिकारी की अंग्रेज़ी से आतंकित होने के बावजूद, हिंदी से प्यार करते हैं. जो अटक-अटककर अंग्रेज़ी बोलते हैं फिर भी हिंदी में सोचते हैं, हिंदी में जीते हैं. हिंदी भारत के करीब 43.6 प्रतिशत लोगों की मातृभाषा है. अंग्रेजी और Mandarin के बाद हिंदी दुनियाभर में बोली जाने तीसरी सबसे बड़ी भाषा है. 2016 में दुनिया के 176 विश्वविद्यालयों में हिंदी पढ़ाई जाती थी, अब ये संख्या बढ़कर 200 विश्वविद्यालय हो गई है. इस वीडियो में जानें हिन्दी भाषा की सुपरपावर.
नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.