
जम्मू-कश्मीर दौरे पर शाह, स्थानीय नागरिक को दिया अपना नंबर
AajTak
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने अपने जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के दौरे पर एक स्थानिय नागरिक को अपना का नंबर दिया. उन्होंने जम्मू के मकवाल बॉर्डर में रहने वाले शख्स से कहा कि जब भी जरूरी हो तो फोन कर लेना. जम्मू-कश्मीर के दौरे के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने विकास की कई परियोजनाओं का शिलान्यास किया तो सीमा से सटे गांव गए और वहां के लोगों से मिले. यही नहीं सुरक्षा बलों के कैंप का भी दौरा किया. तीसरे दिन अमित शाह ने पुलवामा में लेथपोरा में सीआरपीएफ कैंपस (CRPF Campus) का दौरा किया और वहां सैनिक सम्मेलन को संबोधित भी किया. ज्यादा जानकारी के लिए देखें वीडियो.

अतुल सुभाष ने 9 दिसंबर को अपनी जान देने से पहले 81 मिनट का एक वीडियो रिकॉर्ड किया था और 24 पन्नों का एक नोट छोड़ा था. उस नोट में उनकी अंतिम ख्वाहिश थी कि जब तक अदालत से उचित न्याय न मिले, उनकी अस्थियों का विसर्जन न किया जाए. परिवार ने उनकी इस आखिरी इच्छा का सम्मान करते हुए अस्थियों को घर पर एक पोटली में रखा हुआ है. चार्जशीट दाखिल करने में आठ महीनों की देरी हुई, और पहली सुनवाई भी एक साल से अधिक समय तक टली रही. सवाल यह है कि क्या अब इंसाफ मिलेगा और क्या अतुल की अंतिम इच्छा पूरी की जा सकेगी.

बिग बॉस 19 में गौरव खन्ना विजेता बने और 50 लाख जीते, जबकि भरहाना भट्ट रनरअप रहीं. लोकसभा में आज ‘वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ पर 10 घंटे की विशेष चर्चा होगी. उधर थाईलैंड ने कंबोडिया सीमा पर फिर एयर स्ट्राइक की. अमेरिका की अंडर सेक्रेटरी एलिसन हूकर भारत दौरे पर हैं. पाकिस्तान ने विदेश मंत्री जयशंकर के बयान पर आपत्ति जताई है. पढ़ें आज सुबह की अहम खबरें...

गोवा अग्निकांड: 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजे गए नाइट क्लब के चार मैनेजर, दिल्ली से भी शख्स गिरफ्तार
गोवा क्लब फायर केस में चार आरोपी मैनेजरों को छह दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. आग में 25 लोगों की मौत हुई थी. क्लब में सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया गया था. इस मामले में क्लब मालिकों पर भी एफआईआर दर्ज की गई है.

देश के राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम पर सोमवार को संसद में चर्चा होनी है. इस गीत को लेकर सड़क से संसद तक माहौल गर्मा गया है, क्योंकि मुस्लिम समुदाय वंदे मातरम गाने से साफ इनकार कर रहे हैं. इस्लामी स्कॉलरों का कहना है कि किसी भी सूरत में इस गीत को नहीं पढ़ेंगे, क्योंकि ये इस्लामी सिद्धांत के खिलाफ है. सवाल उठता है कि आखिर क्या-क्या दिक्कतें हैं?









