
गुवाहाटी में टूटा 148 साल पुराना रिवाज... पहली बार क्रिकेट के इतिहास में हुआ ऐसा
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गुवाहाटी में भारत–दक्षिण अफ्रीका दूसरे टेस्ट में 148 वर्षों में पहली बार एक नियमित टेस्ट मैच में लंच से पहले चाय का ब्रेक लिया गया. जल्दी सूर्योदय-सूर्यास्त के कारण पहला सत्र सुबह 9 से 11 बजे तक खेला गया. मार्कराम–रिकेल्टन की 82 रन की साझेदारी ने प्रोटियाज़ को मजबूत शुरुआत दिलाई, लेकिन बुमराह ने मार्कराम को बोल्ड कर भारत को सफलता दिलाई.
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में गुवाहाटी के मैदान पर एक नया इतिहास बना. दरअसल, क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप के 148 साल के इतिहास में पहली बार एक नियमित टेस्ट मैच में लंच से पहले चाय का ब्रेक लिया गया. डे-नाइट टेस्ट में चाय डिनर से पहले ली जाती है, लेकिन अपना पहला टेस्ट आयोजित कर रहे गुवाहाटी ने एक नया उदाहरण पेश किया और लंच से पहले टी ब्रेक लिया.
क्यों लिया गया ये फैसला
यह असामान्य निर्णय भारत के उत्तर-पूर्वी हिस्से में जल्दी सूर्योदय और सूर्यास्त होने के कारण लिया गया. नतीजतन, टेस्ट मैच का पहला सत्र सुबह 9 बजे से 11 बजे तक खेला गया, जिसके बाद 11 बजे से 11:20 बजे तक चाय का ब्रेक रखा गया.यह भी पढ़ें: 'शुभमन की बॉडी...', ऋषभ पंत ने टॉस के दौरान गिल की सेहत पर किया शॉकिंग खुलासा
बुमराह ने झटका पहला विकेट
पहले सत्र की बात करें तो ओपनर एडन मार्कराम और रयान रिकेल्टन के बीच 82 रनों की साझेदारी ठीक चाय ब्रेक से पहले समाप्त हुई, जिससे गुवाहाटी में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहले टेस्ट के पहले दिन का पहला सत्र एक विकेट पर समाप्त हुआ. दिन का खेल समाप्त होने तक दक्षिण अफ्रीका 82/1 पर था, जिसमें रिकेल्टन 35* पर नाबाद थे.
बावुमा ने लिया बैटिंग का फैसला

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज का तीसरा और निर्णायक मैच अब शनिवार (6 दिसंबर) को वाइजैग (विशाखापत्तनम) में है. रांची में भारत जीता और रायपुर में अफ्रीकी टीम ने जीत दर्ज की. वाइजैग के साथ भारत के लिए एडवांटेज यह है कि यहां टीम का रिकॉर्ड शानदार है. यहां कोहली-रोहित चलते हैं, साथ ही 'ब्रांड धोनी' को पहली बड़ी पहचान यहीं मिली थी.












