
क्यों हर कोई थाईलैंड जाने वाला वहां से खरीदकर लाता है बाम? उसमें ऐसा क्या है?
AajTak
थाईलैंड जाने वाले लोग वहां से एक खास तरह का बाम या इन्हेलर लेकर लाते हैं. इस बाम की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा रहती है. आखिर इस बाम में ऐसा क्या होता है कि वहां जाने वाला शख्स बिना इसे खरीदे नहीं रह पाता. आज जानते हैं थाईलैंड के इस खास बाम की कहानी.
थाईलैंड अपने समुद्री बीच और वहां की रंगीनियों के लिए जाना जाता है. यह एक सस्ता और काफी लोकप्रिय टूरिस्ट डेस्टिनेशन है. भारत के लोगों में तो ये सबसे ज्यादा पॉपुलर विदेशी टूरिस्ट स्पॉट है. थाईलैंड अपने बीच लाइफ और पार्टियों के लिए जाना जाता है. इन सब के अलावा एक और चीज है, जिसकी वजह से थाईलैंड सुर्खियों में रहता है. वो है एक खास तरह का बाम.
थाईलैंड के इस खास बाम का नाम है - हॉन्ग थाई इन्हेलर. कुछ लोग थाईलैंड जाकर इसे थोक के भाव में खरीदकर घर लाते हैं. इसकी खूबी ही कुछ ऐसी है, जो भी इसका इस्तेमाल करता है, वो दिवाना बन जाता है. हरे रंग के छोटे से डिब्बे में मिलने वाले इस बाम का सोशल मीडिया पर भी खासा जलवा है.
क्या है इस बाम की खासियत हॉन्ग थाई बाम की खासियत है कि इसे एक बार सूंघने के बाद दिमाग तरोताजा हो जाता है. शरीर की सारी थकान दूर हो जाती है और इंसान एकदम से फ्रेश महसूस करता है. थाईलैंड जाने वाले लोग जब वहां की बीच पार्टी, डांस और समुद्र की सैर से लौटकर होटल पहुंचते हैं तो शरीर एकदम से थका हुआ रहता है. ऐसे में वहां की सड़कों पर मिलने वाला ये हॉन्ग थाई बाम लोगों की थकान मिटाने में रामबाण का काम करता है.
इतनी है बाम की कीमत होन्ग थाई की इन्हीं खूबियों की वजह से भारत हो, चाहे दूसरी कंट्री के लोग. बिना होन्ग थाई बाम की डिब्बी खरीदे अपने घर नहीं लौटते हैं. लल्लनटॉप की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह बाम पूरी तरह से एक हर्बल प्रोडक्ट है. इसे सूंघते ही ऐसी मदहोशी छा जाती है कि लोग अपने दर्द और थकान को भूल जाते हैं. एक डिब्बी की कीमत सिर्फ 60 से 70 रुपये होती है.
थाईलैंड की संस्कृति में सुगंध बहुत महत्वपूर्ण है. सुगंध का एक चिकित्सा पद्धति के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. वहां की चिकित्सा पद्धति में ऐसी हर्बल औषधियां बनाई जाती हैं, जो सुगंध से इलाज करती हैं. यह हॉन्ग थाई बाम भी ऐसा ही एक हर्बल प्रोडक्ट है.
इस इन्हेलर में ऐसा क्या होता है इस बाम को बनाने में मेन्थॉल का इस्तेमाल होता है, जो ठंडक का एहसास देता है. यही वजह है कि यह नाक को एकदम साफ रखता है. इसके साथ ही इसमें नीलगिरी का तेल और बोर्नियोल होता है, जो नर्वस सिस्टम को स्टिमुलेट करता है. इससे आप हमेशा फ्रेश और तरोताजा महसूस करते हैं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.

iQOO 15 भारत में लॉन्च हो चुका है. हफ्ते भर यूज करने के बाद हमें ये कैसा लगा. इस रिव्यू में बताएंगे. आम तौर पर iQOO की इमेज गेमिंग स्मार्टफोन वाली है. लेकिन इस बार चीजें थोड़ी बदली हैं. इस रिव्यू मे जानेंगे कि ये फोन कैसा परफॉर्म करता है. पेपर पर ये फोन पावरफुल लगता है, लेकिन क्या असलियत में ये अच्छा परफॉर्म कर रहा है? आइए जानते हैं.

Aaj 6 December 2025 का पंचांग (Aaj ka Panchang): 6 दिसंबर 2025, दिन-शनिवार, पौष मास, कृष्ण पक्ष, द्वितीया तिथि रात 21.25 बजे तक फिर तृतीया तिथि, मृगशिरा नक्षत्र सुबह 08.48 बजे तक फिर आर्द्रा नक्षत्र, चंद्रमा- मिथुन में, सूर्य- वृश्चिक राशि में, अभिजित मुहूर्त- सुबह 11.51 बजे से दोपहर 12.33 बजे तक, राहुकाल- सुबह 09.36 बजे से सुबह 10.54 बजे तक, दिशा शूल- पूर्व.

Phone Location Tracking: संचार साथी को लेकर चल रहा विवाद थमा ही था कि एक नया प्रस्ताव सामने आ गया है. इस प्रस्ताव पर सरकार अभी विचार कर रही है, जिसे COAI ने पेश किया है. इसके तहत सरकार के आदेश पर स्मार्टफोन कंपनियों को फोन में हमेशा लोकेशन ऑन रखनी होगी. यानी यूजर चाहे, तो भी इसे बंद नहीं कर पाएंगे. आइए जानते हैं पूरा मामला.








