
क्यों हमेशा चिपका रहता है अयातुल्ला खामेनेई का राइट हैंड? ये है इसके पीछे की कहानी
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अल अरबिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 27 जून 1981 को ईरान की राजधानी तेहरान के अबुजर मस्जिद में अयातुल्लाह अली खामेनेई नमाज के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे. तभी एक युवक उनके पास एक टेप रिकॉर्डर रखता है, जिसमें बम छिपा होता है. जैसे ही रिकॉर्डर का बटन दबता है, भयानक धमाका होता है
अयातुल्लाह अली खामेनई वो शख्सियत, जो इस वक्त दुनिया भर के मीडिया की सुर्खियों में हैं.वजह साफ है कि ईरान-इजरायल युद्ध और मध्य पूर्व में बढ़ती अशांति के बीच उनका एक फैसला दुनिया की तकदीर बदल सकता है. इस समय जब ईरान-इजरायल के बीच तनाव थमने का नाम नहीं ले रहा है, पूरी दुनिया चिंतित है कि कहीं यह संघर्ष तीसरे विश्व युद्ध की आहट न बन जाए.
लेकिन इस गंभीर माहौल में भी सोशल मीडिया पर एक दिलचस्प बहस चल रही है.क्या आपने कभी गौर किया है कि खामेनई की हर तस्वीर या भाषण में सिर्फ एक ही हाथ सक्रिय दिखता है? आइये जानते हैं इसके पीछे क्या वजह है.
हमला जिसने ईरान के सर्वोच्च नेता की जिंदगी बदल दी
अल अरबिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 27 जून 1981 को ईरान की राजधानी तेहरान के अबुजर मस्जिद में अयातुल्लाह अली खामेनेई नमाज के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे. तभी एक युवक उनके पास एक टेप रिकॉर्डर रखता है, जिसमें बम छिपा होता है. जैसे ही रिकॉर्डर का बटन दबता है, भयानक धमाका होता है. खामेनेई जमीन पर गिर जाते हैं, मस्जिद में अफरातफरी मच जाती है.
जिंदगी और मौत के बीच जूझे खामेनेई
रिपोर्ट आगे बताती है कि इस बम धमाके में खामेनेई गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं. उनके दाहिने हाथ में लकवा मार जाता है, कान की नसें और फेफड़े भी क्षतिग्रस्त हो जाते हैं. शरीर के दाहिने हिस्से में बम के टुकड़े धंस जाते हैं और छाती का एक हिस्सा जल जाता है. अस्पताल पहुंचने तक उनकी हालत इतनी नाजुक थी कि एक डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया, लेकिन बाकी डॉक्टरों ने हार नहीं मानी और ऑपरेशन जारी रखा.

सिंगापुर के हाई कमिश्नर टू इंडिया, साइमन वोंग ने अपनी पोस्ट में दो स्क्रीनशॉट भी साझा किए. पहला स्क्रीनशॉट इंडिगो की ओर से आया व्हाट्सऐप अलर्ट था, जिसमें फ्लाइट कैंसिल होने की जानकारी दी गई थी. दूसरा स्क्रीनशॉट शादी स्थल पर मौजूद मेहमानों द्वारा भेजा गया, जिसमें उन्हें वोंग का इंतजार करते हुए देखा जा सकता था.

इंडिगो की फ्लाइट्स के लगातार कैंसिल और घंटों की देरी के बीच यात्रियों का कहना है कि एयरपोर्ट पर स्थिति बेहद अव्यवस्थित रही. कई यात्रियों ने शिकायत की कि न तो समय पर कोई अनाउंसमेंट किया गया और न ही देरी की सही वजह बताई गई. मदद के लिए हेल्प डेस्क और बोर्डिंग गेट पर बार-बार गुहार लगाने के बावजूद उन्हें स्टाफ का कोई ठोस सहयोग नहीं मिला.

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