
कौन थीं इजरायल में आतंकी हमले में जान गंवाने वाली भारत की बेटी सौम्या संतोष
Zee News
इजराइल और फिलीस्तीन की झड़प सोमवार देर रात खूनी संघर्ष में बदल गई है, जिसमें कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है
इडुक्कीः फिलिस्तीन के संगठन हमास के इजराइल में किए गए हमले में भारत की एक बेटी ने अपनी जान गंवाई है. केरल के इडुक्की जिले की रहने वाली 31 वर्षीय सौम्या संतोष इजराइल में केयरटेकर के रूप में काम करती थीं. वह अपने पति से फोन पर बात कर रही थी कि अचानक एक रॉकेट उनके अपॉर्टमेंट पर आकर गिरा जिसमें उनकी मौत हो गई. साथ ही वीलचेयर पर बैठी उस महिला की भी मौत हो गई जिसकी देखभाल सौम्या करती थीं. 4 साल पहले आई थीं भारत सौम्या पिछले 10 सालों से इजराइल के अश्कलोन में केयरटेकर के रूप में काम कर रही थीं. वह 4 साल पहले यानी की 2017 में भारत आई थीं. इस इलाके में रहने वाले मलयाली समुदाय के लोग फिलिस्तीन और इजराइल के बीच चल रही इस खूनी झड़प से गहरे सदमे में हैं.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









