कोरोना: चीन की ये गलतियां पड़ी भारी, जानिए 5 बातें जिनकी वजह से भारत ले सकता है राहत की सांस
AajTak
चीन में कोरोना महामारी से हालात बेकाबू हो चुके हैं. वहां कोरोना के मरीजों और बीमारी से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. चीन में तीन महीनों में 60 प्रतिशत से ज्यादा आबादी के कोरोना संक्रमित होने की आशंका जताई गई है. इन बिगड़े हालात की वजह से पूरी दुनिया खौफ में आ गई है. चीन का पड़ोसी होने की वजह से भारत की भी टेंशन बढ़ गई है.
चीन में कोरोना महामारी (Covid 19 Pandemic) ने एक बार फिर से दस्तक दे दी है जिससे पूरी दुनिया खौफ में आ गई है. चीन में हर दिन हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. वहां अगले तीन महीनों में 60 प्रतिशत आबादी के इस बीमारी की चपेट में आने की आशंका है. चूंकि कोरोना की शुरुआत चीन से ही हुई है इसलिए इन हालात को देखकर दुनिया भर के देश टेंशन में आ गए हैं.
पड़ोसी देश में बिगड़े हालात को देखकर भारत सरकार भी हरकत में आ गई है. केंद्र सरकार ने राज्यों को एडवाइजरी जारी की है. इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अपनी 'भारत जोड़ो यात्रा' को रोकने के लिए भी कहा है. इसमें कोई शक नहीं है कि सावधानी इलाज से बेहतर है लेकिन क्या वास्तव में भारत को पैनिक बटन दबा देना चाहिए? क्या हमें 2021 में आई कोरोना की लहर की तरह ही तैयार रहना चाहिए? आइए जानते हैं कि भारत में कोरोना की स्थिति पर एक्सपर्ट्स की क्या राय है.
क्या भारत को फिक्र करने की जरूरत है?
भारत में बड़े पैमाने में इस्तेमाल की गई कोविड वैक्सीन कोविशील्ड का निर्माण करने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के संस्थापक और सीईओ अदार पूनावाला का कहना है कि हमें घबराने की कोई जरूरत नहीं है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''चीन में कोरोना के लगातार बढ़ते मामले चिंताजनक है. हमें अपने शानदार वैक्सिनेशन कवरेज और ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए घबराने की जरूरत नहीं है. हमें भारत सरकार और उनके दिशानिर्देशों पर भरोसा करना और उनका पालन करना जारी रखना चाहिए.''
भारत में BF.7 पहले से ही मौजूद है
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात की. भाजपा के तीनों नेताओं ने रविवार को मोदी-3.0 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद तीनों वरिष्ठ नेताओं से योगी आदित्यनाथ की यह पहली मुलाकात है.
पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने बधाई देते हुए कहा कि तीसरी बार पद्भार संभालने पर मोदी जी को मेरी हार्दिक बधाई. हालिया चुनावों मं आपकी पार्टी की जीत से आपके नेतृत्व में लोगों के विश्वास का पता चलता है. आइए, नफरत को उम्मीद से खत्म कर दें और दक्षिण एशिया के दो अरब लोगों के भाग्य को चमकाने के लिए इस अवसर का लाभ उठाएं.