किडनैपिंग केस में JDS नेता एचडी रेवन्ना को बड़ी राहत, कोर्ट से मिली सशर्त जमानत
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कर्नाटक के जेडीएस नेता एचडी रेवन्ना को पीआरसी कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. कोर्ट ने किडनैपिंग केस में उन्हें सशर्त जमानत दे दी है. उन्हें पांच लाख रुपये के बॉन्ड पर जमानत मिली है. कोर्ट में उन्हें दो निजी जमानतदार भी पेश करना पड़ा.
कर्नाटक के जेडीएस नेता एचडी रेवन्ना को पीआरसी (Public Representative Court) कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. कोर्ट ने किडनैपिंग केस में उन्हें सशर्त जमानत दे दी है. उन्हें पांच लाख रुपये के बॉन्ड पर जमानत मिली है. कोर्ट में उन्हें दो निजी जमानती भी पेश करने पड़े.
सोमवार को पब्लिक रेप्रेज़ेंटटिव कोर्ट ने अपहरण के मामले में सशर्त जमानत देते हुए निर्देश दिया है कि उन्हें एसआईटी की जांच में सहयोग करना चाहिए और सबूतों को मिटाने या छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए. साथ उन्हें दो जमानती पेश करने के साथ-साथ 5 लाख रुपये का बॉन्ड भी भरना होगा.
कोर्ट में एचडी रेवन्ना के वकील सीवी नागेश ने दावा किया था, "वह (पीड़िता) 10 वर्षों से अधिक समय से मेरी (एचडी रेवन्ना की) नौकरानी और रसोइया रही है. उसे घर आने का संदेश भेजना अपहरण नहीं है. वह केवल नौकरानी या रसोइया नहीं है. वह मेरी रिश्तेदार भी है."
सीवी नागेश ने कोर्ट में तर्क दिया था कि रेवन्ना के मामले में 364ए के बुनियादी आवश्यक तत्व मौजूद हैं. उनका कहना है कि धन या शक्ति का इस्तेमाल करके कोई धमकी नहीं दी गई थी. उन्होंने कहा कि इसे साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है.
देश में तीसरी बार एनडीए की सरकार बनने जा रही है. इस सरकार में बिहार की JDU और आंध्र प्रदेश की TDP अहम रोल निभाने जा रही है. दोनों ही क्षेत्रीय दल लंबे समय से अपने प्रदेशों को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग उठा रहे हैं. इस चुनाव में टीडीपी ने 16 सीटें और जेडी (यू) ने 12 सीटें जीतीं हैं. दोनों ही दल बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का हिस्सा हैं.