
कांगो: ज्वालामुखी फटने के बाद भूकंप के झटके, अब तक 32 लोगों की हुई मौत
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अफसरों और ऐनीशाहिदीन (प्रत्यक्षदर्शियों) ने बताया कि कांगो के गोमा शहर के नजदीक मौजूद ज्वालामुखी माउंट नीरागोंगो शनिवार को फट गया था.
किन्शासा: पूर्वी कांगो में ज्वालामुखी फटने की वजह से अब तक कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई है. ज्वालामुखी फटने के दो दिन बाद गोमा शहर के बाहरी इलाकों में तबाह हो चुके घरों के बीच लोग अपने प्यारों को ढूंडते नजर आए. यहां ज्वालामुखी फटने के बाद भूकंप के झटके भी महसूस किए गए. अफसरों और ऐनीशाहिदीन (प्रत्यक्षदर्शियों) ने बताया कि कांगो के गोमा शहर के नजदीक मौजूद ज्वालामुखी माउंट नीरागोंगो शनिवार को फट गया था. जिसके बाद लावा बहकर यहां के गांवों में आ गया, जिसकी चलते यहां 500 से ज्यादा मकान तबाह हो गए. ‘नॉर्थ किवू’ सूबे में नागरिक सुरक्षा प्रमुख जोसफ माकुंडी ने बताया कि मरने वालों की तादाद सोमवार को 32 हो गई.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









