
ऑक्सीजन की भारी कमी से जूझ रहे इन शहरों के अस्पताल, कहा- मरीजों को लेकर कहां जाएं हम
Zee News
दिल्ली समेत नोएडा और गाजियाबाद के कई अस्पताल ऑक्सीजन की भारी कमी से जूझ रहे हैं. कुछ बड़े अस्पतालों में सिईफ 4-5 घंटे की ऑक्सीजन बची है. ऐसे में मरीजों के परिजनों के साथ ही साथ अब अस्पताल भी सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें ऑक्सीजन की सप्लाई की जाए नहीं तो उनके लिए मरीजों का इलाज कर पाना मुश्किल होगा.
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली (Delhi) में ऑक्सीजन (Oxygen) की भारी किल्लत है. कई अस्पतालों में तो बस चंद घंटों की ही ऑक्सीजन बची है. इस बीच जानकारी मिल रही है कि दिल्ली के प्रीत विहार के मेट्रो अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म हो गया है. यहां पर 100 मरीज ऑक्सीजन पर हैं. अस्पताल का कहना है कि ऑक्सीजन पूरी तरह से खत्म हो गया है अब हम मरीजों को लेकर कहां जाएं. Noida: Kailash Hospital says it's left with Oxygen that will last for only for a few more hrs. Group Medical Director, Dr Ritu Bohra says, "We've 4 hospitals in Gautam Buddh Nagar, crisis in all. We've been told we'll receive supply after next 36 hrs. We've stopped admissions." इस बीच बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट ने दिल्ली सरकार को पत्र लिख कहा है कि हमें जरूरत के मुताबिक और समय पर ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है. हमारे पास सिर्फ दो घंटे की ऑक्सीजन बची है. ऐसे में मजबूरन हमें अस्पताल में भर्ती मरीजों को डिस्चार्ज करना होगा. उन्हें किसी और सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराना होगा ताकि उनकी जान बचाई जा सके. — ANI UP (@ANINewsUP)
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









