
इस केस की वजह से रिन्यू नहीं हो रहा कंगना रनौत का पासपोर्ट, जानें बॉम्बे हाईकोर्ट ने क्यों लगाई फटकार
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हाईकोर्ट ने कहा, जब पासपोर्ट की मियांद खत्म हो रही है तब आखिरी वक्त में याचिका क्यों दाखिल की गई है? इसके बाद कोर्ट ने कंगना को दोबारा नए तरीके से याचिका दाखिल करने का निर्देश देते हुए सुनवाई को 25 जून तक के लिए टाल दिया है.
मुबईः बॉलीवुड अदाकारा कंगना रनौत पर राजद्रोह के मुकदमें और उसकी वजह से उनके पासपोर्ट रिन्यूअल में हो रही देरी एक एक मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट से उन्हें मंगल को करारा झटका लगा है. इस मामले पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने उन्हें फिलहाल कोई भी राहत दिए जाने से इनकार कर दिया है। अब इस मुकदमे की अगली सुनवाई 25 जून को होगी। कोर्ट ने किस आधार पर टाली सुनवाई दरअसल, कंगना को यकीन था कि सुनवाई के बाद फैसला उनके हक में होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कंगना चाहती थीं कि इस मामले की सुनवाई जल्दी हो, लेकिन कोर्ट ने ऐसा करने से इनकार किया और उन्हें एक नई याचिका दाखिल करने का निर्देश दिया है. हाईकोर्ट ने कहा कि ऐक्ट्रेस ने गलत याचिका दाखिल की है। जब पासपोर्ट की मियांद खत्म हो रही है तब आखिरी समय में याचिका क्यों दाखिल की गई है? इसके बाद कोर्ट ने कंगना को दोबारा नए तरीके से याचिका दाखिल करने का निर्देश देते हुए सुनवाई को 25 जून तक के लिए टाल दिया है।
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Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

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India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









