आज Vijay Diwas मनाकर घर लौटेंगे किसान, अगली बैठक में तय होगी आगे की रणनीति
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कृषि बिल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान आज विजय दिवस मनाकर अपने घर वापस लौटेंगे. दिल्ली की सीमाओं पर लगे किसानों के तंबू आज हटा लिये जाएंगे. कृषि बिलों की वापसी और प्रस्ताव पर सरकार से समझौते के बाद किसानों ने 10 दिसंबर को विजय दिवस मनाने और घर वापसी का ऐलान किया था लेकिन हेलीकॉप्टर क्रैश में सीडीएस बिपिन रावत और अन्य सैन्य अधिकारियों के निधन की वजह से किसानों ने अपना प्लान एक दिन के लिये टाल दिया. आज किसानों की घर वापसी है लेकिन उन्होंने साफ किया है कि आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है बल्कि स्थगित हुआ है. 15 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी. देखें पूरी खबर.
नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
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