
Yaas Cyclone: चक्रवाती तूफान उत्तर प्रदेश में मचा सकता है आफत, मानसून की आमद भी होगी मुतासिर
Zee News
इंतजामिया ने रियासत के आम लोगों को खुद भी अलर्ट रहने को कहा है, साथ ही सरकार ने सभी अज्ला के डीएम को जरूरी तैयारियां करने का हुक्म दिया है.
नई दिल्ली. इस वक्त मुल्क की ज्यादातर रियासतें चक्रवाती तूफान की चपेट में हैं. जो रियासतें बहरी इलाकों से दूर हैं या जहां सीधे तौर पर तूफान नहीं आया है वहां भी इस तूफान का असर दिख रहा है. ऐसी रियासतों में भी तूफान के असर की वजह से तेज आंधी के साथ बारिश हो रही है. सुमाली हिन्दुस्तान में भी इसका असर पड़ता दिखाई दे रहा है. यही वजह है कि तूफान को लेकर उत्तर प्रदेश के 27 जिलों में 28 मई तक अलर्ट जारी किया गया है. इस दौरान यहां तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है. जिन इलाकों में हवा का दवाब कम होगा, वहां तेज बारिश भी हो सकती है. तूफ़ान का असर आगे महीने आने वाले मानसून पर भी पद सकता है. इंतजामिया ने रियासत के आम लोगों को खुद भी अलर्ट रहने को कहा है, साथ ही सरकार ने सभी अज्ला के डीएम को जरूरी तैयारियां करने का हुक्म दिया है. तूफ़ान से शूबे में नुक्सान का खद्सा जाहिर किया गया है.इन जिलों में है खतरा महकमा मौसमयात की जानिब से मुरादाबाद, बिजनौर, अमरोहा, संभल, बदायूं, कासगंज, बहराइच, बाराबंकी, गोंडा, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, अयोध्या, अमेठी, सुल्तानपुर, जौनपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, बलिया, देवरिया, संत कबीर नगर, महराजगंज और कुशीनगर जिलों में अलर्ट जारी किया गया है. बिहार में भी तेज हवाओं के साथ बारिश के इमकान तूफान यास का असर 28 मई से पहले उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार में भी दिखेगा. बीएचयू के साबिक प्रोफेसर और मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन पांडेय ने बताया कि इस दौरान तेज हवा के साथ बारिश हो सकती है. दूसरी जानिब लखनऊ में वाके मौसम साइंस मरकज के सरबराह जेपी गुप्ता ने इससे मुतअल्लिक मालूमात देते हुए कहा है कि यूपी में मानसून आने की तारीख 20 जून के आसपास है, लेकिन वक्त से पहले इसके दस्तक देने के आसार अभी नजर नहीं आ रहे हैं. गुजिश्ता साल 2020 में यह 13 जून को आया था जबकि इससे एक साल कबल यानी 2019 में मनसून की आमद 28 जनू को हुई थी.
36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








