
UP Election 2022: मायावती के प्रबुद्ध सम्मेलन में शंखनाद के साथ गूंजा हर-हर महादेव
Zee News
मायावती के प्रबुद्ध सम्मेलन के लिए सजे मंच की खास बात थी कि इस बार वहां सिर्फ नीला रंग ही नजर नहीं आ रहा था, केवल एक ही प्रतीक हाथी नहीं दिख रहा था. बल्कि इस बार हर रंग और हर चिह्न को मंच पर लाया गया. शंख, त्रिशूल, गणपति, हाथी की प्रतिमाएं दिखीं तो वहीं शंखनाद के साथ-साथ चुनावी जयघोष भी बदला-बदला दिखा. जोर-शोर से जय श्री राम, जय परशुराम का घोष किया गया.
लखनऊः उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर जमीन सजने लगी है. एक तरफ जहां यूपी में ओवैसी अड्डा जमाए हुए हैं तो वहीं सीएम कुर्सी की ओर एकटक देख रहीं मायावती भी इस चुनावी ओलंपिक में दांव खेलना शुरू कर चुकी हैं. इसी के तहत मंगलसावर को बसपा सुप्रीमो ने पार्टी के प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान मायावती ने अपने पुराने कार्यकाल का कई बार जिक्र किया और इसी का आधार पर चुनावी सब्जबाग भी दिखाए. Now, I will focus only on the development of Uttar Pradesh & not on building parks & 'smaraks' in the state: BSP chief Mayawati I want to ask him if Hindus & Muslims in India have same ancestors then why RSS & their BJP behave like Muslims are adopted: BSP chief Mayawati on RSS chief's statement made yesterday मंच पर दिखे शंख-त्रिशूल मायावती के प्रबुद्ध सम्मेलन के लिए सजे मंच की खास बात थी कि इस बार वहां सिर्फ नीला रंग ही नजर नहीं आ रहा था, केवल एक ही प्रतीक हाथी नहीं दिख रहा था. बल्कि इस बार हर रंग और हर चिह्न को मंच पर लाया गया. शंख, त्रिशूल, गणपति, हाथी की प्रतिमाएं दिखीं तो वहीं शंखनाद के साथ-साथ चुनावी जयघोष भी बदला-बदला दिखा. जोर-शोर से जय श्री राम, जय परशुराम का घोष किया गया. — ANI UP (@ANINewsUP) — ANI UP (@ANINewsUP)
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









