
Rio की नाकामी के बाद Tokyo Olympics में धमाल की कहानी, Mirabai Chanu की जुबानी
Zee News
Tokyo Olympics 2020: मीराबाई चानू ने कुल 202 किलोग्राम वजन उठाकर टोक्यो ओलिंपिक में भारत के लिए मेडल पक्का किया. उन्होंने वेटलिफ्टिंग के स्नैच इवेंट में सबसे ज्यादा 87 किलोग्राम का भार उठाया जबकि क्लीन एंड जर्क इवेंट में 115 किलोग्राम उनका बेस्ट रहा.
टोक्यो: ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतकर इंडियन वेटलिफ्टिंग में नई तारीख रकम करने वाली मीराबाई चानू ने शनिवार को कहा कि वह अब प्रैक्टिस की परवाह किए बिना अपने परिजनों के साथ छुट्टियां बिता सकती हैं क्योंकि पिछले पांच सालों में वह सिर्फ पांच दिन के लिए मणिपुर में मौजूद अपने घर जा पाई. चानू ने कहा, 'पिछले पांच सालों में मैं सिर्फ पांच दिन के लिये घर जा पाई थी. अब मैं इस पदक के साथ घर जाऊंगी.' मीराबाई चानू का परिवार नोंगपोक काकचिंग गांव में रहता है जो इंफाल से लगभग 20 किमी दूर है. चानू ने खुलासा किया कि रियो ओलंपिक खेलों में नाकाम रहने के बाद उन्होंने अपनी ट्रेनिंग और तकनीक पूरी तरह से बदल दी थी ताकि वह तोक्यो में अच्छा मुज़ाहिरा कर सके.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









