
Karnataka: बेटे की Medicine लाने मजदूर ने साइकिल से किया 300 किमी का सफर, नेताओं को खरी-खोटी सुना रहे लोग
Zee News
कर्नाटक के मैसूर जिले के कोप्पलू गांव के निवासी आनंद ने अपने बेटे की दवा लाने के लिए 300 किलोमीटर का सफर साइकिल से तय किया. लोग उनकी हिम्मत की जमकर सराहना कर रहे हैं.
मैसूर: कर्नाटक (Karnataka) के मैसूर (Mysore) जिले के छोटे से गांव कोप्पलू (Koppalu) के रहने वाले आनंद की हिम्मत की सोशल मीडिया (Social Media) पर जमकर तारीफ हो रही है. इसके पीछे की वजह काफी इमोशनल करने वाली है. दरअसल, गरीब मजदूर आनंद ने अपने बेटे की दवा (Medicine) लाने के लिए 300 किलोमीटर साइकिल चलाई है. वे अपने गांव से बेंगलुरु के हॉस्पिटल तक गए और दवाएं लेकर आए. Karnataka: A 45-year-old Anand, a resident of Koppalu village in Mysore cycles 300 km to Bengaluru to bring his son's medicine 45 वर्षीय आनंद के बेटे को इलाज 10 साल से बेंगलुरु (Bengaluru) के निमहंस हॉस्पिटल में चल रहा है. कोरोना वायरस (Coronavirus) प्रकोप के कारण कर्नाटक में लॉकडाउन (Lockdown) लगाया गया है. ऐसे में बेटे की दवाएं लाने के लिए जब आनंद को पब्लिक ट्रांसपोर्ट नहीं मिला तो उन्होंने बेटे की जान बचाने के लिए 300 किमी का सफर साइकिल से करने का फैसला किया. वे 23 मई को घर से निकले और 26 मई को दवाएं लेकर ही वापस लौटे. खबर सामने आने पर हर कोई आनंद की हिम्मत की दाद दे रहा है. "I asked for my son's medicines here but couldn't find it. He can't skip medicines even for a day. I went to Bengaluru & it took me 3 days," says Anand
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