
Jharkhand political crisis: Bihar में चट इस्तीफा-पट नई सरकार, Jharkhand में इस्तीफा... और फिर इंतजार
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झारखंड में नई सरकार के गठन का इंतजार लंबा होता जा रहा है. झारखंड विधायक दल के नए नेता चंपई सोरेन ने कहा है कि राजभवन को अब नींद से जगना चाहिए. बता दें कि बिहार में रविवार को जब नीतीश कुमार ने इस्तीफा दिया था, तो कुछ ही घंटे के बाद उन्हें नई सरकार बनाने के लिए राज्यपाल ने न्यौता दे दिया था. लेकिन झारखंड की स्थिति अलग दिख रही है.
मात्र तीन दिन हुए बिहार में महागठबंधन की सरकार गिरी. तय स्क्रिप्ट के अनुसार नीतीश कुमार और बीजेपी ने हाथ मिला लिया. दोनों दलों ने नई सरकार बनाने के लिए संख्या बल आसानी से जुगाड़ कर लिया. नीतीश विधायक दल के नेता चुने गए और फिर बीजेपी-जेडीयू ने राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया.
बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर बीजेपी-जेडीयू की सरकार बनाने की क्षमता से संतुष्ट दिखे. उन्होंने तुरंत नीतीश कुमार को सरकार बनाने की अनुमति दे दी. इसी के साथ ही सुबह लगभग 10 बजे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले नीतीश कुमार उसी दिन शाम 5 बजे एक बार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री बन गए.
28 जनवरी 2024 को बिहार में पुरानी सरकार गिरी और नई सरकार बनी. लगभग ऐसी ही स्थिति 72 घंटे बाद बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड में पैदा हुई. हालांकि झारखंड में सरकार गिरने की वजह अलग रही. लेकिन यहां भी पहले हेमंत सोरेन को इस्तीफा देना पड़ा. इसके पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक दल की बैठक हुई. इस बैठक में चंपई सोरेन को झामुमो विधायक दल का नेता चुना गया. चंपई सोरेन 43 विधायकों के समर्थन के साथ राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के पास सरकार बनाने का दावा करने के लिए गए. उन्होंने विधायकों के समर्थन की चिट्ठी राज्यपाल को सौंपी. लेकिन राज्यपाल ने अभी तक सरकार बनाने का न्यौता चंपई सोरेन का नहीं सौंपा है.
निश्चित रूप से दो राजभवनों से आए दो घटनाओं की चर्चा बिहार और झारखंड में हो रही है.
एक ही दिन में इस्तीफा और शपथग्रहण
बता दें कि बिहार में कई दिनों के राजनीतिक हलचल के बाद शनिवार यानी कि 27 जनवरी को तय हो गया था कि नीतीश कुमार महागठबंधन की सरकार को लीड नहीं करने वाले हैं. नीतीश ने मन बना लिया था कि वे इस सरकार से इस्तीफा देंगे. रविवार को जब जेडीयू विधायक दल की बैठक हुई तो नीतीश ने अपने विधायकों से कहा कि वे इस सरकार के साथ नहीं चलने वाले हैं. इसके बाद वे इस्तीफा देने राजभवन चले गए. नीतीश ने कुछ ही मिनटों में राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया.

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