Gujarat Flood: जामनगर में बाढ़ ने किस कदर मचाई तबाही, निशान अब भी मौजूद
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दिल्ली-एनसीआर में आफत मचाने के बाद अब गुजरात में मूसलाधार कहर बरस रहा है. बारिश और बाढ़ की आफत सबसे ज्यादा जामनगर में आई है. जहां पानी तो जानी दुश्मन बन गया है. नए नवेले मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल भी बाढ़ के हालात देखने जामनगर पहुंचे. गुजरात के जामनगर में आसमानी आफत ने जमीन पर रहने वालों की जिंदगी जहन्नुम बना डाली. सड़कें डूबी, गलियां डूबीं, मुहल्ले और घर डूबे. घरों का पहला मंजिला तो पानी में लबालब हो गया. सैलाब में फंसी हजारों जिंदगियों की आंखों के आगे तो जैसे मौत तांडव कर रही हो, लेकिन देवदूत की तरह एनडीआरएफ और वायुसेना की टीमों ने इन लोगों को बचाया और सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाया. गुजरात में सैलाब के कहर से लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ ने 12 टीमें उतार दी हैं. देखें ये वीडियो.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.