
DNA ANALYSIS: जैसलमेर बॉर्डर पर BSF की महिला कमांडोज के शौर्य की कहानी, पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट
Zee News
जैसलमेर में थार के रेगिस्तानी हिस्से में सुबह भले ही थोड़ी राहत देने वाली हो, लेकिन दोपहर आने तक रेत भरी गर्म हवाएं, हौसला पस्त करने कोशिशें शुरू कर देती हैं. पर इन हालात में भी यहां तैनात महिला कमांडोज डटी हुई हैं और ये कहानी इन्हीं की है.
नई दिल्ली: आज हम आपको राजस्थान के जैसलमेर की एक यात्रा पर ले जाना चाहते हैं. राजस्थान की तकरीबन 500 किलोमीटर की सीमा पाकिस्तान से लगती है, जिसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भारत की फर्स्ट लाइन ऑफ डिफेंस यानी BSF के पास है. राजस्थान की ऐसी ही एक सीमा जैसलमेर में है. जैसलमेर थार रेगिस्तान का हिस्सा है, जहां ड्यूटी करने का मतलब है, हर वक्त खतरे से खेलना .यहां पाकिस्तान जैसे दुश्मन का खतरा तो हर वक्त रहता ही है. साथ ही कुछ दुश्मन अदृश्य भी हैं, जो छिपकर या घात लगाकर डंक मारते हैं. हालांकि प्रतिकूल माहौल में भी महिला कमांडोज दिन-रात यहां ड्यूटी करती हैं. उनकी हिम्मत को न तो तपती धूप पिघला सकती है और न ही रेतीला तूफान उनके चट्टानी हौसले को पस्त कर सकता है. उन्हें न तो दुश्मन की गोली का डर है और न ही रेत में छिपे सांप, बिच्छु जैसे अदृश्य दुश्मनों का. Zee News ने इस बॉर्डर पर पूरा एक दिन बिताया. हमने अपने कैमरे में यहां के सबसे मुश्किल हालातों को कैप्चर किया और आपके लिए एक ग्राउंड रिपोर्ट तैयार की है.
36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








