
Coronavirus से लड़ने वाली Antibody जिंदगी भर दे सकती हैं आपका साथ, Research में हुआ खुलासा
Zee News
कोरोना स्टडी के लेखक ने कहा कि कोरोना की पहली लहर के दौरान कहा जा रहा था कि संक्रमण के बाद एंटीबॉडी ज्यादा दिनों तक के लिए शरीर में नहीं रहती. लेकिन ये सच नहीं है. संक्रमण के बाद एंटीबॉडी कम होती हैं लेकिन ये जल्द रिकवर हो जाती हैं.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस संकट की दूसरी लहर (Corona Second Wave) के कहर के बीच राहत भरी खबर आई है. अमेरिका स्थित वॉशिगंटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं का कहना है कि कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों का शरीर हमेशा कोरोना वायरस (Coronavirus) से सुरक्षित रहते हुए इस महामारी का मुकाबला कर सकता है. COVID has shown we must study immunity in the whole body — let’s sort the logistics to acquire the right samples. पहली खुशखबरी ये कि आपके शरीर को कोरोना से बचाने वाला रक्षा कवच यानी एंटीबॉडी हमेशा आपका साथ निभाती रहेंगी. दूसरी राहत ये कि कोरोना संक्रमण का पहला लक्षण दिखने के 11 महीने बाद लोगों में फिर से एंटीबॉडी विकसित हो रही हैं. शोधकर्ताओं का अध्ययन साइंस जर्नल नेचर में प्रकाशित हुआ.
Bharat Ki Udaan 2.0: देश की राजधानी दिल्ली में जी भारत द्वारा आयोजित कार्यक्रम भारत की उड़ान 2.0 में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने पंजाब की शिक्षा व्यवस्था व सुधार के किए जा रहे प्रयासों पर मुखर होकर बातचीत की. साथ ही बताया कि कैसे गांव के सहयोग से ड्रग्स माफियाओं पर पंजाब सरकार शिकंजा कस रही है.

IAF on SU-57: भारत की तरफ से SU-57 डील को लेकर रूस को स्पष्ट संदेश दे दिया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत 114 राफेल खरीदने पर फोकस कर रहा है. इसकी सबसे बड़ी वजह रूस का युद्ध में होना है. हालांकि रूस को भारत निराश नहीं करेगा. इसलिए 40 से 60 SU-57 खरीदेगा, जिससे भारत के पास भी स्टेल्थ क्षमता मौजूद रहे. साथ ही AMCA के आने तक 4 और 5 वीं पीढ़ी के गैप को भर सके.

India AH-64E Apache helicopters: भारतीय वायु सेना को जल्द ही अमेरिका से तीन और अपाचे AH-64 अटैक हेलीकॉप्टर मिलने वाले हैं. रक्षा अधिकारियों के मुताबिक ये हेलीकॉप्टर कुछ ही दिनों में भारत पहुंच जाएंगे. अपाचे हेलीकॉप्टर स्टिंगर एयर-टू-एयर मिसाइल, हेलफायर लॉन्गबो एयर-टू-ग्राउंड मिसाइल, गन और रॉकेट से लैस होते हैं. जो उन्हें बेहद घातक बनाते हैं.










