Corona के बीच Sepsis का बढ़ा खतरा, कैंसर और हार्ट अटैक से भी ज्यादा लोगों की जा सकती है जान
Zee News
विशेषज्ञों का कहना है, भारत में लगभग 54 प्रतिशत नवजात सेप्सिस (Sepsis) से मरते हैं, जो अफ्रीका से भी बद्तर है. इसके प्रमुख कारणों में अत्यधिक एंटीबायोटिक (Antibiotic) का प्रयोग है. जानकार आने वाले समय में सेप्सिस को बड़ा खतरा बता रहे हैं.
नई दिल्ली: कोरोना (Coronavirus) कब खत्म होगा ये तो पता नहीं लेकिन ये जाते-जाते भी हमारे शरीर को खोखला कर रहा है. खासकर जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) कमजोर है या जो लोग पहले से ही किसी गंभीर रोग से ग्रसित हैं, उनके लिए खतरा ज्यादा है. कोरोना संक्रमित होने पर सेप्सिस (Sepsis) का खतरा बढ़ रहा है. सेप्सिस कैंसर और हार्ट अटैक से भी ज्यादा खतरनाक होने जा रहा है इसको लेकर WHO ने भी आगाह किया है.
डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक 2050 तक कैंसर और दिल के दौरे से भी ज्यादा सेप्सिस से लोगों की मौत होने की आशंका है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, सेप्सिस (Sepsis) इंफेक्शन के लिए एक सिंड्रोमिक रिएक्शन है और दुनियाभर में संक्रामक रोग मौत की बड़ी वजह हैं. लैंसेट जर्नल में पब्लिश एक स्टडी से पता चला है कि 2017 में दुनियाभर में 4.89 करोड़ मामले सामने आए और 1.1 करोड़ सेप्सिस से संबंधित मौतें हुईं, जो ग्लोबल डेथ नंबर्स का लगभग 20 प्रतिशत है.
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एनडीए में सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) के महासचिव और प्रवक्ता केसी त्यागी ने अग्निपथ योजना पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना पर दोबारा विचार करने की आवश्यकता है. उन्होंने इस पर नए तरीके से विमर्श की बात की. इसके अलावा उन्होंने वन नेशन-वन इलेक्शन और यूसीसी पर भी अपना पक्ष रखा है.
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