AUKUS- चीन के किस डर से अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया साथ आने पर हुए मजबूर
BBC
अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया ने एक समझौते की घोषणा की है जिसे माना जा रहा है कि यह चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए है. आख़िर चीन का ऐसा कैसा प्रभाव है जिससे महाशक्तियां डरी हुई हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने ब्रिटिश और ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष के साथ बुधवार को एक वीडियो कॉन्फ्रेंस कर हलचल मचा दी. इसकी वजह एक समझौता है जिसे AUKUS कहा जा रहा है.
चीन ने दावा किया है कि यह भारत-प्रशांत क्षेत्र में 'शांति और स्थिरता को ख़तरे में डालेगा' और 'मुल्कों के बीच हथियारों की दौड़ को बढ़ाएगा.'
इस समझौते की ख़बर के बाद फ़्रांस की मीडिया ने इसे फ़्रैंच डिप्लोमेसी के लिए गंभीर झटका बताते हुए कहा कि यह हथियार उद्योग के लिए भी नुक़सानदेह है.
AUKUS ने फ़्रांस और ऑस्ट्रेलिया के बीच अरबों डॉलर के समझौते को भी समाप्त कर दिया है जिसका पेरिस में 'सदी का समझौता' कहकर जश्न मनाया गया था. इस समझौते के तहत ऑस्ट्रेलियाई नौसेना के लिए फ्रांस 12 पनडुब्बियां बनाने वाला था.
फ़्रांस के विदेश मंत्री ज़्यां युव ले द्रयां ने फ़्रांस इन्फ़ो से गुरुवार को कहा कि "यह पीठ में छुरा घोंपने के समान है."