
1...2 नहीं पूरे 9 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे इमरान खान, बाय इलेक्शन में सत्ता पक्ष से सीधी टक्कर की तैयारी
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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान 9 सीटों पर उपचुनाव लड़ेंगे. पीटीआई ने इसका ऐलान कर दिया है. केंद्रीय विधानसभा की 11 सीटें इमरान की सरकार गिरने के बाद उनके सांसदों के इस्तीफे के बाद खाली हुईं थी, इनमें से 2 सीटों पर सदस्य अप्रत्यक्ष रूप से चुन लिए गए हैं. इन सीटों पर उप चुनाव 25 सितंबर को होगा.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को ऐलान किया कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सांसदों के इस्तीफा देने के बाद खाली हुई 9 सीटों पर खुद चुनाव लड़ेंगे. बीते 11 अप्रैल को इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था और इमरान सत्ता से बाहर हो गए थे. इसके दो दिन बाद पीटीआई के कम से कम 124 सांसदों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया था.
लेकिन स्पीकर ने 28 जुलाई को उनमें से केवल 11 का इस्तीफा स्वीकार किया था, जिसके बाद पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ECP) ने घोषणा की कि 9 सीट पर उपचुनाव 25 सितंबर को होगा. दो सदस्य अप्रत्यक्ष रूप से चुने गए थे और किसी चुनाव की आवश्यकता नहीं है. पीटीआई ने घोषणा की कि इमरान खान ने 9 निर्वाचन क्षेत्रों से व्यक्तिगत रूप से चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
पाकिस्तान में एक व्यक्ति कितनी भी सीटों से चुनाव लड़ सकता है, इसको लेकर कोई कानूनी रोक नहीं है. हालांकि, चुनाव के बाद निर्वाचित व्यक्ति केवल एक सीट बरकरार रख सकता है और फिर चुनाव आयोग 60 दिनों के भीतर उन सीटों पर फिर से चुनाव कराएगा. पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने कहा कि पार्टी अगले 48 घंटों के भीतर इस्लामाबाद में एक रैली करेगी और यह सरकार को विधानसभाओं को भंग करने और नए चुनाव कराने की समय सीमा देगी.
इस्लामाबाद में होगी पीटीआई की रैली
चौधरी ने कहा, "हम समय सीमा देंगे और अगर सरकार उस अवधि के भीतर विधानसभाओं को भंग करने से इनकार करती है, तो हम भविष्य की कार्रवाई की घोषणा करेंगे," उन्होंने कहा कि समय सीमा के रूप में अधिकतम एक महीने का समय दिया जाएगा. मौजूदा विधानसभा अगले साल अगस्त में अपने 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी, लेकिन खान और उनकी पीटीआई मध्यावधि चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है. गुरुवार को एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान का चुनाव आयोग तय समय से एक साल पहले अक्टूबर तक आम चुनाव कराने की तैयारी कर रहा है.
चुनाव आयोग के फैसले से बढ़ी इमरान की मुश्किलें

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