
समुद्री संसाधनों के दोहन के लिए सरकार ने ‘गहरे समुद्र मिशन’ को दी मंजूरी, पैदा होंगे रोजगार के नए मौके
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सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जमीन का 70 फीसदी हिस्सा समुद्र है, जिसके बारे में अभी बहुत मुताआला और रिसर्च नहीं किया गया है. इसलिए हुकूमत ने ‘गहरे समुद्र संबंधी मिशन’ को मंजूरी दी है जिसके जरिए मुल्क में ब्लू इकोनॉमी को मजबूती मिलेगी.
नई दिल्लीः मरकजी कैबिनेट ने बुध को समंदर पर मुबनी मआशियात का पता लगाने के लिए ‘गहरे समुद्र मिशन’ मंसूबा को मंजूरी दी है. इससे बेहरी वसाएल की खोज और ओसेन टेक्नोलॉजी की तरक्की में मदद मिलेगी. बुध को वजीर-ए-आजम नरेंद्र मोदी की सदारत में हुई आर्थिक मामलों संबंधी मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में इससे मुंसलिक एक तजवीज को मंजूरी दी गई. बैठक के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जमीन का 70 फीसदी हिस्सा समुद्र है, जिसके बारे में अभी बहुत मुताआला और रिसर्च नहीं किया गया है. इसलिए हुकूमत ने ‘गहरे समुद्र संबंधी मिशन’ को मंजूरी दी है जिसके जरिए मुल्क में ब्लू इकोनॉमी को मजबूती मिलेगी. Cabinet chaired by PM ji took an important decision to support crucial Blue Economy. The key decisions include conducting mineral study 6000mtrs deep in the sea, to study changes, if any, due to climate change & conduct deep sea surveys & study marine biodiversity. — Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar)
INS Aridaman: भारतीय नौसेना जल्द ही अपनी सबसे एडवांस्ड न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल सबमरीन INS अरिदमन को फ्लीट में शामिल करने वाली है. नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने पुष्टि की है कि यह पनडुब्बी अब अंतिम ट्रायल्स में है. जल्दी ही ऑपरेशनल हो जाएगी. अरिहंत-क्लास की यह तीसरी SSBN सबमरीन अब तक की सबसे शक्तिशाली मानी जा रही है. जो भारत की परमाणु क्षमता को एक नए स्तर पर पहुंचाने वाली है.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.







