सऊदी अरब: क्राउन प्रिंस को लेकर इतने नरम क्यों पड़े राष्ट्रपति बाइडन
BBC
तेल के बदले सुरक्षा का समीकरण दोनों के बीच इस क़दर मज़बूत है कि उस पर 9/11 के हमलों का भी असर नहीं पड़ा जबकि विमान हाइजैक करने वाले ज़्यादातर लोग सऊदी अरब के नागरिक थे.
अमेरिका के राष्ट्रपति बनने से पहले जो बाइडन पत्रकार जमाल ख़शोज्जी की हत्या में सऊदी अरब की भूमिका को लेकर काफ़ी सख़्त थे. ऐसा लगा था कि वे राष्ट्रपति बनने के बाद भी इस मामले में सऊदी अरब को लेकर कोई नरमी नहीं दिखाएंगे. राष्ट्रपति के तौर पर उन्होंने फ़रवरी महीने में उस अमेरिकी खुफ़िया रिपोर्ट को जारी करने की अनुमति दी थी, जिसमें हत्या के मामले में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन-सलमान पर संदेह जताया गया था. हालाँकि, क्राउन प्रिंस ने हत्या में किसी भी तरह की भूमिका होने से इनकार कर दिया था. लेकिन, राष्ट्रपति पद संभालने के छह महीनों से भी कम समय में बाइडन प्रशासन ने क्राउन प्रिंस सलमान के छोटे भाई और उप रक्षा मंत्री प्रिंस ख़ालिद बिन सलमान का ज़ोरदार स्वागत किया है. अक्टूबर 2018 में ख़ाशोज्जी की हत्या के बाद सऊदी अरब से अमेरिका में ये पहली उच्च स्तरीय यात्रा है.More Related News