
शहबाज ने अमेरिका के सामने फिर फैलाए हाथ, कश्मीर पर मध्यस्थता के ऑफर का किया स्वागत
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अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह कश्मीर विवाद का समाधान खोजने के लिए दोनों देशों के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं, जिसे उन्होंने 'हज़ार साल' से चल रहा मुद्दा बताया.
भारत का ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है, जिसकी तहत भारतीय सेनाएं पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रही हैं. भारत ने 7 मई से पाकिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ जैसी कार्रवाई की है, उसके बाद पड़ोसी मुल्क के होश उड़ चुके हैं. पाकिस्तान सीमापार से गोलीबारी करके बेकसूर नागरिकों को निशाना बना रहा है. लेकिन भारतीय सेना ने पाकिस्तान में हवाई हमले कर उसके सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचाया है, जिसके बाद पड़ोसी मुल्क की कमर टूट चुकी है.
भारत ने शर्तों पर किया सीजफायर
भारत ने अपनी शर्तों पर पाकिस्तान के साथ सीजफायर किया है और साफ कर दिया है कि उकसावे की किसी कार्रवाई का उसी की जुबान में जवाब दिया जाएगा. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी दोनों देशों के बीच सीजफायर होने पर खुशी जाहिर की है. अमेरिके के उपराष्टपति जेडी वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत और पाकिस्तान के शीर्ष नेतत्व से बातचीत की है. इसके बाद भारत अपनी शर्तों पर पाकिस्तान के साथ सीजफायर करने को राजी हुआ है.
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उधर, पाकिस्तान ने रविवार को कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ऑफर का स्वागत किया है. इस्लामाबाद ने इसे एक लंबा विवाद बताया, जिसका दक्षिण एशिया और उससे आगे शांति और सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है. हालांकि भारत कश्मीर के मुद्दे पर किसी भी तरह की मध्यस्थता को स्वीकार न करने के अपने पुराने रुख पर कायम है. भारत का साफ तौर पर मानना है कि यह दो देशों के बीच का मुद्दा है और इस मसले पर किसी भी तीसरे की दखल मंजूर नहीं है.
कश्मीर पर मध्यस्थता का ऑफर

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