
विराट कोहली ने विजय हजारे में फिर काटा गदर... चौकों की बारिश कर बनाए इतने रन
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विराट कोहली की तूफानी फॉर्म जारी है. कोहली को रोकना गेंदबाजों के लिए आसान नहीं हो रहा है. कोहली ने अब गुजरात के खिलाफ मुकाबले में भी धमाकेदार प्रदर्शन किया है. कोहली का फॉर्म में रहना टीम इंडिया के लिए शुभ संकेत है.
पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली शानदार फॉर्म में चल रहे हैं. कोहली शुक्रवार को विजय हजारे ट्रॉफी (VHT) 2025-26 में दिल्ली की ओर से गुजरात के खिलाफ मुकाबला खेलने उतरे. कोहली ने इस मुकाबले में भी रनों की बारिश कर दी. बेंगलुरु स्थित भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (COE) ग्राउंड में आयोजित एलीट ग्रुप-डी के इस मुकाबले में कोहली ने शानदार 77 रन बनाए.
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प्रियांश आर्य (1 रन) के सस्ते में आउट होने के बाद विराट कोहली क्रीज पर उतरे और बाउंड्री की बारिश कर दी. कोहली ने देखते ही देखते 12 चौके और एक छक्के की मदद से अपना अर्धशतक पूरा कर लिया. कोहली ने जो शुरुआती 53 रन बनाए, उसमें 50 तो बाउंड्रीज के जरिए निकले. कोहली ने कुल मिलाकर 61 गेंदों का सामना किया और 13 चौके के अलावा एक छक्का लगाया.
कोहली को किस गेंदबाज ने किया आउट? विराट कोहली अर्धशतक जड़ने के बाद थोड़े धीमे पड़ गए, जिसके चलते उनका मोमेंटम टूट गया. कोहली को बाएं हाथ के स्पिनर विशाल जायसवाल ने उर्विल पटेल के हाथों स्टम्प आउट कराया. कोहली आगे निकलकर शॉट मारना चाह रहे थे. कोहली के पास लिस्ट-ए क्रिकेट में 59वां शतक जड़ने का मौका था, लेकिन वो चूक गए. कोहली अब लिस्ट-ए क्रिकेट में 58 शतक और 85 अर्धशतक लगाए हैं.
विराट कोहली ने विजय हजारे ट्रॉफी में इससे पहले आंध्र प्रदेश के खिलाफ भी बल्ले से तूफानी प्रदर्शन किया था. कोहली ने उस मुकाबले में 14 चौके और तीन छक्के की मदद से 101 गेंदों पर 131 रन बनाए थे.
विराट कोहली के तूफानी शतक की बदौलत दिल्ली ने तब आंध्र प्रदेश को चार विकेट से हराया थी. किंग कोहली ने उससे पहले साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के दौरान भी दो मैचों में शतकीय पारी खेली थी.

विजय हजारे ट्रॉफी में रोहित शर्मा और विराट कोहली की वापसी पूरी तरह एकतरफा रही. रोहित ने जयपुर में 155 रन की तूफानी पारी खेली, जबकि कोहली ने बेंगलुरु में 131 रन बनाकर अपनी ‘चेज़ मास्टर’ की छवि को फिर साबित किया. दोनों ने दिखा दिया कि सफेद गेंद के क्रिकेट में वे आज भी बाकी खिलाड़ियों से कई कदम आगे हैं.

विजय हजारे ट्रॉफी में बिहार ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 574 रन बनाकर लिस्ट-ए क्रिकेट का सबसे बड़ा टीम स्कोर खड़ा किया. इस ऐतिहासिक पारी के हीरो रहे 14 साल के वैभव सूर्यवंशी, जिन्होंने 36 गेंदों में शतक और 59 गेंदों में 150 रन बनाकर कई विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिए. सकीबुल गनी और आयुष लोहारुका के शतकों ने इस यादगार दिन को और खास बना दिया.

बिहार के 14 वर्षीय बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने विजय हजारे ट्रॉफी में 190 रन की विस्फोटक पारी खेलकर क्रिकेट जगत को चौंका दिया. अंडर-19 एशिया कप फाइनल की नाकामी के बाद यह उनका जोरदार जवाब रहा. इस प्रदर्शन के बाद उन्हें भारतीय सीनियर टीम में जल्द मौका दिए जाने की चर्चा तेज हो गई है, जबकि आईपीएल में उनका प्रदर्शन अब सबकी निगाहों में रहेगा.

स्वास्तिक समल ने विजय हजारे ट्रॉफी में सौराष्ट्र के खिलाफ 212 रन की ऐतिहासिक पारी खेलकर लिस्ट-A क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले ओडिशा के पहले बल्लेबाज़ बनने का गौरव हासिल किया. उनकी इस पारी की बदौलत ओडिशा ने 345 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया और टूर्नामेंट इतिहास की शीर्ष पारियों में अपना नाम दर्ज कराया.

14 साल और 272 दिन की उम्र में वैभव सूर्यवंशी ने विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 के पहले ही दिन मेंस लिस्ट-A क्रिकेट का सबसे कम उम्र का शतक लगाकर इतिहास रच दिया. यह उनका महज़ 7वां लिस्ट-A मैच था, जिसमें उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 36 गेंदों में शतक, 59 गेंदों में 150 रन पूरे करते हुए 84 गेंदों पर 190 रन की विस्फोटक पारी खेली.

बिहार के कप्तान सकीबुल गनी ने विजय हजारे ट्रॉफी में 32 गेंदों में शतक लगाकर इतिहास रच दिया. मोतिहारी से निकलकर राष्ट्रीय मंच तक पहुंचने वाले सकीबुल का सफर संघर्षों से भरा रहा है, जहां उनकी मां ने गहने गिरवी रखकर उनका सपना जिंदा रखा. आज वह अपने दमदार प्रदर्शन से भारतीय क्रिकेट का उभरता सितारा बन चुके हैं.

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सूर्यकुमार यादव लगातार कह रहे हैं कि वह फॉर्म से बाहर नहीं हैं, बस रन नहीं बन रहे. लेकिन उनके टी20I आंकड़े अब चिंता बढ़ा रहे हैं. कप्तान के तौर पर भारत जीत रहा है, जिससे उन्हें समय मिला है, लेकिन शब्दों और प्रदर्शन के बीच बढ़ती दूरी दबाव पैदा कर रही है. वर्ल्ड कप से पहले न्यूज़ीलैंड के खिलाफ आखिरी सीरीज़ उनके लिए निर्णायक होगी.

रवींद्र जडेजा 2025-26 विजय हज़ारे ट्रॉफी में सौराष्ट्र के लिए दो मैच खेलेंगे, जिससे वह घरेलू क्रिकेट के जरिए खुद को 2027 वनडे वर्ल्ड कप की भारतीय योजनाओं में बनाए रखना चाहते हैं. बीसीसीआई के निर्देशों के तहत सीनियर खिलाड़ी घरेलू सीज़न में मैच प्रैक्टिस हासिल कर रहे हैं, और जडेजा का यह कदम उसी रणनीति का हिस्सा है.




