विजय रुपाणी का इस्तीफ़ा अचानक नहीं है, क्या है सबसे बड़ी वजह?
BBC
सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा शुरू हो चुकी थी कि भारतीय जनता पार्टी गुजरात में समय से पहले उत्तर प्रदेश विधानसभा के साथ चुनाव करा सकती है.
पिछले महीने आदिवासी दिवस यानी नौ अगस्त के मौके पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी आत्मविश्वास से भरे नज़र आए थे. हालांकि सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा शुरू हो चुकी थी कि भारतीय जनता पार्टी गुजरात में समय से पहले उत्तर प्रदेश विधानसभा के साथ चुनाव करा सकती है. इसी पहलू पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में विजय रुपाणी ने मीडिया से कहा कि 'मैं नहीं मानता कि गुजरात में जल्दी चुनाव होंगे, हम लोग लगातार काम करने वाले लोग हैं. भाजपा कभी चुनाव को नज़र में रख काम नहीं करती.' समय से पहले चुनाव कराने की चर्चा के साथ साथ राज्य में मुख्यमंत्री बदलने की चर्चा भी ज़ोर पकड़ने लगी थी, यह चर्चा इतनी ज़्यादा बढ़ गई थी कि बीते 15 अगस्त को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटील को सार्वजनिक तौर पर बयान देना पड़ा कि 'रुपाणी साब नहीं बदले जाएंगे और पार्टी उनके नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगी.' ज़ाहिर है राजनीति में कहते हैं कि कयासबाज़ी का दौर भी हवा में नहीं उठता, इसकी एक झलक 11 सितंबर, 2021 को तब दिखी विजय रुपाणी के सुर बदले हुए नज़र आए. लगातार काम करने की बात कहने वाले विजय रुपाणी ने गुजरात के मुख्यमंत्री पर से इस्तीफ़ा देने के बाद कहा, "समय के साथ दायित्व बदलते रहते हैं." उन्होंने जो अपना लिखित वक्तव्य पढ़ा उसमें यह भी कहा, "गुजरात की विकास की यह यात्रा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक नये उत्साह के साथ, नए नेतृत्व के साथ आगे बढ़नी चाहिए, इसे ध्यान में रखकर मैंने त्यागपत्र दिया है.''More Related News