रूस के लिए इतना अहम क्यों है यूक्रेन- जानिए इसके तीन बड़े कारण
BBC
कई हफ़्तों से जारी यूक्रेन संकट पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि अमेरिका उसे युद्ध में खींचना चाह रहा है. रूस यूक्रेन पर पीछे हटने के लिए क़तई तैयार नहीं. लेकिन इसकी मूल वजह क्या है.
कुछ इसे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सनक मानते हैं तो दूसरों का कहना है कि यह एक तरह से नए शीत युद्ध की तरफ़ बढ़ने का प्रयास है. रूस और यूक्रेन के बीच तनाव ने दुनिया भर के उन विदेश मंत्रालयों में बेचैनी पैदा कर दी है जो खुले तौर पर इन दो देशों के बीच संभावित युद्ध की बात कर रहे हैं.
यूक्रेन की सीमा पर रूस ने एक लाख से अधिक सैनिकों की तैनाती कर दी है, हालांकि अभी भी वो इस बात से इनकार कर रहा है कि उसकी योजना सैन्य हमले की है. लेकिन रूस ने नेटो को अपनी सुरक्षा मांगों की एक लिस्ट भेजी है.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 'नेटो पर क्षेत्रीय सुरक्षा को नज़रअंदाज़ करने का' खुलेआम आरोप लगाते हुए कहा कि दूसरी बातों के अलावा नेटो यूक्रेन और सोवियत संघ के पूर्व घटक दशों को इस संगठन का सदस्य बनने से रोके.
रूस ऐसा इसलिए चाहता है ताकि सोवियत संघ के विघटन के बाद से उस गठबंधन में शामिल होने वाले देशों के सैनिकों और उनसे मिलने वाले हथियारों की हद तय हो सके. इसके साथ ही उसने पूर्वी यूरोप के देशों में 1997 के बाद स्थापित बुनियादी ढांचे को भी हटाने की मांग की.
इंटरनेशनल फ़ॉरेनसाइट ऐंड एनालिसिस फ़र्म जियोपॉलिटिकल फ़्यूचर्स के संस्थापक जॉर्ज फ़्राइडमैन रूस की मांग को संक्षेप में बताते हैं, "वास्तव में वो ठीक वैसा ही चाहते हैं जैसा शीत युद्ध के दौरान पूर्वी यूरोप की सीमाएं थीं."