मोहम्मद अली जिन्ना के जीवन के आख़िरी 60 दिन: उन्हें ज़ियारत ले जाने की सलाह किसने दी?
BBC
रहस्य की ये गुत्थी आज तक हल नहीं हो सकी कि गंभीर बीमारी के बावजूद मोहम्मद अली जिन्ना को क्वेटा से ज़ियारत ले जाने की सलाह किसने दी थी. आज जिन्ना की जयंती पर पढ़िए ये विशेष आलेख.
14 जुलाई 1948 का दिन था. उस समय के गवर्नर जनरल मोहम्मद अली जिन्ना को उनकी बीमारी के बावजूद क्वेटा से ज़ियारत ले जाया गया था.
इसके बाद वो सिर्फ 60 दिन जिंदा रहे और 11 सितंबर 1948 को इस दुनिया से रुख़सत हो गए.
पाकिस्तान के राष्ट्रपिता मोहम्मद अली जिन्ना के जीवन के इन आख़िरी 60 दिनों में क्या-क्या हुआ, यही इस लेख का विषय है.
रहस्य की ये गुत्थी आज तक हल नहीं हो सकी कि 'क़ायद-ए-आज़म' मोहम्मद अली जिन्ना को गंभीर बीमारी के बावजूद क्वेटा से ज़ियारत ले जाने की सलाह किसने दी थी.
ज़ियारत अपने देवदार के पेड़ों की वजह से दुनिया भर में मशहूर है और क्वेटा से 133 किलोमीटर की दूरी पर समुद्रतल से 2,449 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद है.